सीरिया की 'तबाही' में चमत्कारिक बच्ची का जन्म, चाचा-चाची की गोद में बिखेर रही मुस्कान

अफरा को चाचा को देने से पहले अस्पताल में उनका डीएनए टेस्ट किया गया था। डीएनए मिलने के बाद चाचा-चाची को अफरा की जिम्मेदारी दी गई है। अफरा को अस्पताल में काफी प्यार मिलता था।

Satyam Bhardwaj | Published : Feb 21, 2023 7:39 AM IST

वायरल डेस्क : तुर्की और सीरिया में आए भूकंप (Turkey-Syria Earthquake) में जहां कई जिंदगियां गुम हो गईं, कई परिवार तबाह हो गए, वहीं, एक चमत्कारिक बच्ची की मुस्कान सबसे खास बन गई है। इस बच्ची का नाम है आफरा.. भूकंप के दौरान आफरा की मां प्रेग्नेंट थी। जब बिल्डिंग गिरी तो वो उसमें दब गईं। इसी मलबे के बीच इस अद्भुत बच्ची का जन्म होता है। रेस्क्यू टीम की नजर जब इस बच्ची पर पड़ी तो वह मां के गर्भनाल से जुड़ी थी। किसी तरह उसे बाहर निकाला गया और इलाज कराया गया।

बच्ची का नाम आफरा क्यों रखा गया

अस्पताल में इस बच्ची का नाम ‘अया’ रखा गया। अब वह अपने चाचा-चाची के साथ रह रही है। अया की मां का नाम अफरा था, जिनकी याद में चाचा-चाची ने नवजात का नाम अफरा कर दिया है। 6 फरवरी को आए भूकंप के बाद ही आफरा का जन्म हुआ था।

चाचा-चाची की गोंद में आफरा

सोमवार से अफरा अपने चाचा खलील अस सावदी के साथ रह रही है। खलील विनाशकारी भूकंप के बाद उत्तरी सीरिया के जिंदरीस शहर में अपने रिलेटिव्स के साथ रह रहे हैं। भूकंप में उनका भी मकान पूरी तरह जमींदोज हो गया था। फैमिली में अल सवादी उनकी पत्नी और चार बेटियां, दो बेटे हैं। अब अफरा इस परिवार की नई सदस्य हैं।

'अफरा मेरी बेटी है'

अफरा के चाचा का कहना है कि 'अफरा मेरी बेटी है, मेरे बच्चों की तरह है, मैं कभी भी अपने बच्चों को बीच अंतर नहीं रखूंगा।' खलील ने बताया कि अफरा उन्हें बच्चों में सबसे प्यारी लगती है। वह अपने माता-पिता, भाई-बहन हर किसी की याद जिंदा रखेगी।

इसे भी पढ़ें

भूकंप में जिस शख्स ने बिल्ली को बचाया अब उसे छोड़ने को तैयार नहीं है बिल्ली, दिल को छू लेने वाली कहानी

 

Operation Dost : तुर्की की मदद के लिए सबसे पहले आगे आया भारत, लगातार पहुंच रही राहत सामग्री व NDRF की टीमें - देखें...

 

 

Share this article
click me!