
Foreign Tourists Exploiting Poor Indians in Slums: विदेशी पर्यटकों को आपने अक्सर देखा होगा, भारत की खूबसूरत लोकेशन के अलावा पिछड़े इलाकों में वो पुअर पीपुल्स के साथ इंटरेक्ट करते दिखते हैं। उनसे बातें करके उन्हें रिकॉर्ड हैं। जिस तरह से ये गरीब लोग अपनी झुग्गी में जाकर लोगों की गरीबी को कैश करते हैं। इसके बाद इन तस्वीरों की प्रदर्शनी लगाकर भार की इमेज खराब करते हैं।
रेडिट के r/IndianTeenagers सबरेडिट पर पोस्ट किया गया यह वीडियो विदेशी पर्यटकों की शर्मनाक करतूतें दिखाता है। यूजर ने कैप्शन में लिखा है "What in the actual f..k is this?" – मतलब यह क्या बकवास है? वीडियो में चार विदेशी पर्यटक एक गरीब भारतीय महिला का वीडियो बनाकर उससे गरीबी का हाल पूछ रहे हैं। वो झुग्गी-झोपड़ी इलाके में घूमते हुए लोगों की गरीबी को रिकॉर्ड कर रहे हैं।
ये पर्यटक भारत की खूबसूरत लोकेशन्स जैसे ताजमहल या गोवा तो घूमते हैं, लेकिन वीडियो बनाने के लिएा पिछड़े इलाकों में पहुंच जाते हैं। वहां गरीबों, झुग्गी में रहने वालों से बातें करते हैं, उनकी झोपड़ियों में घुसते हैं और तस्वीरें-वीडियो बनाते हैं। फिर इन्हें सोशल मीडिया पर डालकर भारत को बदनाम करके लाखों व्यूज बटोरते हैं। नेटिज़न्स का मानना है कि ये 'पॉवर्टी टूरिज्म' है – गरीबी को कैश करना। हाल ही में मुंबई के धारावी स्लम टूर का एक अमेरिकी व्लॉगर का वीडियो भी इसी तरह वायरल हुआ था, जहां एक यूजर्स ने उससे पूछा – भारत में सिर्फ गरीबी ही क्यों दिखाते हो?
ऐसे वीडियो भारत की इमेज को दुनिया में खराब करते हैं। विदेशी पर्यटक प्रदर्शनियों में ये तस्वीरें लगाकर दुनिया को गलत मैसेज देते हैं। एक्सपर्ट कहते हैं, सरकारी तंत्र को ऐसे टूर्स पर रोक लगानी चाहिए। लोकल लोग भी अवेयर हों – अपनी प्राइवेसी बचाएं। लगे रहे मु्न्ना भाई में भी एक ऐसा ही सीन दिखाया गया था, जिसमें एक चीनी पर्यटक को सर्किट सबक सिखाता है।
कई रेडिट थ्रेड्स में ये डिबेट चल रही है। एक यूजर बोला – गरीबी दिखाकर विदेशी खुद को सुपीरियर फील करते हैं। दूसरा कहा – भारतीयों को भी सेफ्टी और स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए। लेकिन फिर भी सवाल वही है – क्या विदेशी सिर्फ गरीबी देखने आते हैं? यह वीडियो पोल खोल रहा है। देखिए और सोचिए।