अपनी सुपरवाइजर के लिए नाश्ता लाने से मना करने पर एक महिला कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया गया। यह घटना चीन के शंघाई की है। चाइनीज सोशल मीडिया पर खबर फैलने के बाद कंपनी की जमकर आलोचना हुई और अधिकारियों ने अपनी गलती मानते हुए निकाली गई कर्मचारी को वापस नौकरी पर रख लिया। कंपनी अधिकारियों ने बाद में सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की कि नौकरी से निकालने वाली सुपरवाइजर के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
शंघाई के एक शिक्षण संस्थान में नई नौकरी पर आई लू नामक महिला को उसकी सुपरवाइजर के लिए नाश्ता लाने से मना करने पर नौकरी से निकाल दिया गया था। इसके बाद लू ने सोशल मीडिया पर अपना अनुभव साझा किया। सोशल मीडिया पोस्ट में युवती ने बताया कि उसकी सुपरवाइजर लियू हर दिन उसे अपने लिए नाश्ता लाने का निर्देश देती थी। साथ ही, उन्हें पीने के लिए हमेशा पानी उपलब्ध कराने के लिए भी कहा जाता था।
अपनी सुपरवाइजर की गैर-वाजिब मांगों के बारे में लू ने एक वर्क चैट ग्रुप में शिकायत की, तो ग्रुप एडमिनिस्ट्रेटर ने उसे फटकार लगाई और मानव संसाधन विभाग ने उसे नौकरी से निकाल दिया। हालांकि, कंपनी की कार्रवाई के खिलाफ सोशल मीडिया पर जबरदस्त आलोचना हुई, तो कंपनी अधिकारियों ने लू को वापस नौकरी पर रखने का फैसला किया। इसके बाद आरोपी सुपरवाइजर को पद के दुरुपयोग के आरोप में कंपनी से निकाल दिया गया।