टीवी एक्ट्रेस श्वेता तिवारी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। सूत्र का कहना हैं कि करीब 3 महीने पहले श्वेता के पति अभिनव कोहली ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। उनका आरोप था कि श्वेता उन्हें उनके 4 साल के बेटे रेयांश से मिलने नहीं दे रही है। इस याचिका में श्वेता पर धोखाधड़ी का आरोप भी लगाया गया और लिखा गया कि उन्होंने अभिनव के फर्जी हस्ताक्षर कर बेटे के लिए ब्रिटिश वीजा बनवाया था।रिपोर्ट्स की मानें तो 1 मार्च को श्वेता के खिलाफ बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स पुलिस स्टेशन ने धारा 467, 468, 417, 418, 463 और 465 के तहत एक FIR दर्ज की है।
मुंबई. टीवी मोस्ट पॉपुलर एक्ट्रेस श्वेता तिवारी (shweta tiwari) की पर्सनल लाइफ में परेशानी कम होती नजर नहीं आ रही हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो 1 मार्च को श्वेता के खिलाफ बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स पुलिस स्टेशन ने धारा 467, 468, 417, 418, 463 और 465 के तहत एक FIR दर्ज की है। ये धाराएं जालसाजी के लिए हैं और इनमें से धारा 467 के तहत आजीवन कारावास (14 वर्ष) की सजा है। सूत्र का कहना हैं कि करीब 3 महीने पहले श्वेता के पति अभिनव कोहली ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। उनका आरोप था कि श्वेता उन्हें उनके 4 साल के बेटे रेयांश से मिलने नहीं दे रही है। इस याचिका में श्वेता पर धोखाधड़ी का आरोप भी लगाया गया और लिखा गया कि उन्होंने अभिनव के फर्जी हस्ताक्षर कर बेटे के लिए ब्रिटिश वीजा बनवाया था। बांद्रा कोर्ट मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट पीबी येरलेकर ने बीकेसी पुलिस स्टेशन को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था।
सूत्र का कहना है कि श्वेता, रेयांश को अभिनव से दूर करने की पूरी कोशिश कर रही हैं। वे अभिनव को बिना बताए रेयांश का UK वीजा बनवाना चाहती थीं ताकि उसे कुछ महीनों के लिए लंदन ले जा सकें। उस वक्त रेयांश की उम्र महज 3 साल थी। इसलिए वीजा के कागजात पर पिता का NOC चाहिए था। श्वेता ने NOC पर अभिनव के फर्जी हस्ताक्षर किए थे। पता चलते ही अभिनव ने ब्रिटिश वीजा डिपार्टमेंट को ईमेल के जरिए इसकी सूचना दी। हालांकि, तब तक वीजा बन चुका था। मुंबई के अधिकारियों ने जब इसकी जांच पड़ताल की तो श्वेता ने फर्जी हस्ताक्षर की बात कबूल की और फिर रेयांश का वीजा रद्द हो गया।
एक इंटरव्यू में अभिनव ने फर्जी हस्ताक्षर वाली बात कही थी। उन्होंने कहा था- श्वेता ने मेरे फर्जी हस्ताक्षर के जरिए रेयांश का UK का वीजा बनवाने की कोशिश की थी और मेरे पास इसके लीगल सबूत हैं। श्वेता के एक दोस्त ने मुझे उसके प्लान के बारे में बताया था और मुझे लग रहा था कि वह रेयांश को या तो अमेरिका या UK ले जाने की प्लानिंग में है। इन देशों के कानून के तहत बच्चे के वीजा पर दोनों पेरेंट्स के हस्ताक्षर होने चाहिए। मैंने किसी भी NOC पर साइन नहीं किए थे। श्वेता ने मेरे फर्जी साइन किए। वह किस हद तक जा सकती है, ये कोई भी अंदाजा नहीं लगा सकता।