Ganesh Mantra: इन दिनों गणेश उत्सव चल रहा है जो 9 सितंबर तक रहेगा। इन दिनों में भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं। मंत्र जाप भी इनमें से एक है। मंत्र जाप की विधि भी बहुत आसान है।
उज्जैन. किसी भी देवता को प्रसन्न करने और उनसे शुभ फल पाने के लिए मंत्र जाप एक आसान माध्मय से है। मंत्र जाप से हर देवी-देवता की कृपा पाई जा सकती है। श्रीगणेश भी इनमें से एक है। गणेश उत्सव (Ganesh Utsav 2022) के दौरान यदि विधि-विधान से मंत्र जाप किया जाए तो श्रीगणेश हर संकट दूर कर देते हैं और साथ-साथ भक्तों की मनोकामनाएं भी पूरी करते हैं। इस बार गणेश उत्सव 31 अगस्त से शुरू हो चुका है जो 9 सितंबर तक रहेगा। इसके पहले इन मंत्रों का जाप करने से शुभ फल मिल सकते हैं। आगे जानिए कौन-से हैं वो 10 मंत्र…
मंत्र- 1
वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरुमे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।
मंत्र-2
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लंबोदराय सकलाय जगद्धितायं।
नागाननाथ श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते।।
मंत्र- 3
अमेयाय च हेरंब परशुधारकाय ते।
मूषक वाहनायैव विश्वेशाय नमो नमः।।
मंत्र- 4
एकदंताय शुद्धाय सुमुखाय नमो नमः।
प्रपन्न जनपालाय प्रणतार्ति विनाशिने।।
मंत्र- 5
गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:।
नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक :।।
धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:।
गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम।।
मंत्र- 6
एकदंताय विद्महे, वक्रतुंडाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात।।
मंत्र-7
त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय।
नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम्।।
मंत्र-8
ॐ नमस्ते गणपतये।। त्वमेव प्रत्यक्षं तत्त्वमसि।। त्वमेव केवलं कर्ताऽसि।। त्वमेव केवलं धर्ताऽसि।। त्वमेव केवलं हर्ताऽसि।। त्वमेव सर्व खल्विदं ब्रह्मासि।। त्वं साक्षादात्माऽसि नित्यम्।।
मंत्र-9
ऊँ हीं श्रीं क्लीं गौं ग: श्रीन्महागणधिपतये नम:।
मंत्र- 10
ॐ गं गणपतये नमः'
मंत्र जाप की विधि (Method of Chanting Ganesh Mantra)
- गणेश उत्सव के दौरान किसी भी दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद किसी साफ स्थान पर भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। इसके बाद भगवान श्रीगणेश के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाएं।
- भगवान श्रीगणेश को फल, फूल व अन्य पूजन सामग्री चढ़ाएं। इसके बाद ऊपर दिए गए किसी एक मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप के लिए रुद्राक्ष की माला की उपयोग कर सकते हैं।
- इस दौरान बैठने के लिए कुशा के आसन का उपयोग करें। कम से कम 11 माला जाप अवश्य करें। एक माला में 108 दाने होते हैं यानी आपको 11 माला मंत्र जाप करना है। इससे अधिक भी कर सकते हैं, लेकिन कम नहीं।
- मंत्र जाप के बाद भगवान श्रीगणेश की आरती करें और मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें। इस तरह मंत्र जाप करने से आपके हर संकट दूर हो सकते हैं।
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