Indira Ekadashi Upay: आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को इंदिरा एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 21 सितंबर, बुधवार को है। श्राद्ध पक्ष में होने की वजह से इसका महत्व काफी अधिक माना गया है।
उज्जैन. इस बार 21 सितंबर, बुधवार को इंदिरा एकादशी का व्रत किया जाएगा। श्राद्ध पक्ष में एक मात्र यही एकादशी आती है, इस वजह से इसका महत्व काफी अधिक माना गया है। इस बार इंदिरा एकादशी पर बुध पुष्य सहित और भी कई शुभ योग बन रहे हैं। इस एकादशी (Indira Ekadashi Upay) पर कुछ खास उपाय करने से पितरों का आशीर्वाद तो मिलता ही है, साथ ही भगवान विष्णु की कृपा भी बनी रहती है। आगे जानिए इन उपायों के बारे में…
विष्णुजी का करें अभिषेक
इंदिरा एकादशी पर बुध पुष्य का शुभ योग भी बन रहा है। पुष्य नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। इस शुभ संयोग में भगवान विष्णुजी का अभिषेक करने से साधक की हर इच्छा पूरी हो सकती है। भगवान विष्णु का अभिषेक गाय के दूध में केसर मिलाकर करें तो और भी शुभ रहता है। इस दौरान ऊं नम: भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का जाप करते रहें।
पीपल की पूजा से मिलेगी पितरों की कृपा
श्राद्ध पक्ष में होने से इंदिरा एकादशी का विशेष महत्व है। इस दिन पीपल की पूजा करने और जल चढ़ाने से पितरों की कृपा हम पर हमेशा बनी रहती है। धर्म ग्रंथों में पेड़-पौधों को भी पितृ ही माना गया है और इन सभी में पीपल का विशेष महत्व है। श्राद्ध पक्ष की एकादशी पर पीपल की पूजा पितरों को प्रसन्न करने वाली है।
पीले फलों का दान करें
इंदिरा एकादशी पर सुबह स्नान आदि करने के बाद किसी मंदिर में पहले पीले फल जैसे केले आदि भगवान को अर्पित करें और बाद में इसे जरूरतमंदों को बांट दें। कोशिश करें के अधिक से अधिक फलों का दान करें। ऐसा करने से भगवान विष्णु के साथ-साथ गुरु ग्रह से संबंधित शुभ फल भी आपको प्राप्त होंगे।
अन्नक्षेत्र में अनाज दान करें
इंदिरा एकादशी पर अपने आस-पास स्थित किसी मंदिर में कोई अन्नक्षेत्र है तो वहां अनाज जैसे चावल, गेहूं आदि का दान करें। अगर ऐसा न कर पाएं तो किसी वृद्धाश्रम में पैसों का दान करें, जिससे वहां रहने वाले लोगों को भोजन प्राप्त हो सके। गौशाला में चारा दान करें। इन छोटे-छोटे उपायों से आपकी हर परेशानी दूर हो सकती है।
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