Raksha Bandhan 2022: चाहते हैं किस्मत चमकाना तो रक्षाबंधन पर इन देवताओं को भी बांधें रक्षासूत्र

Published : Aug 09, 2022, 12:18 PM ISTUpdated : Aug 11, 2022, 09:15 AM IST
Raksha Bandhan 2022: चाहते हैं किस्मत चमकाना तो रक्षाबंधन पर इन देवताओं को भी बांधें रक्षासूत्र

सार

वैसे तो रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2022) पर बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उसके उज्जवल भविष्य की कामना करती हैं, लेकिन किसी बहन का कोई भाई न हो या फिर भाई कहीं दूर हो तो ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए?

उज्जैन. अगर किसी कारणवश आप भाई को राखी बांधने में असमर्थ हैं तो हमारे धर्म ग्रंथों में इसके लिए भी कई उपाय बताए गए हैं। ऐसी स्थिति अगर किसी बहन के साथ बने तो वह भगवान को भी अपना भाई मानकर रक्षासूत्र बांध सकती है। इससे उसे भाई के होने का अहसास भी होगा और उसके जीवन की परेशानियां भी कम होंगी। पंचांग भेद के कारण इस बार रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2022 Ke Upay) 11 व 12 अगस्त को मनाया जाएगा। जानिए इस दिन किस देवता को कौन-से रंग का रक्षासूत्र बांधना शुभ रहेगा… 

भगवान शिव
रक्षाबंधन का पर्व श्रावण महीने के अंतिम दिन मनाया जाता है। इसलिए इस तिथि पर शिवजी को रक्षासूत्र बांधना शुभ फल देने वाला रहता है। ऐसा कहा जाता है कि श्रावण पूर्णिमा पर महादेव की पूजा करने और रक्षासूत्र बांधने से सभी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। वैसे तो शिवजी को किसी भी रंग का रक्षासूत्र बांधा जा सकता है, लेकिन सफेद रंग का रक्षा सूत्र विशेष शुभ रहता है।

हनुमानजी
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हनुमानजी का लाल रंग अतिप्रिय है, इसलिए रक्षाबंधन पर हनुमानजी को लाल रंग का रक्षासूत्र अर्पित करें। ऐसा करने से मंगल ग्रह से संबंधित शुभ फल भी आपको मिल सकते हैं। हनुमानजी को रक्षासूत्र बांधने से परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है और बल, बुद्धि व विद्या में वृद्धि होती है।

गणेशजी
हर शुभ काम से पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा जरूर की जाती है, इसलिए इन्हें प्रथम पूज्य भी कहा जाता है। रक्षाबंधन पर गणेशजी को हरे रंग का रक्षासूत्र बांधें। इससे बुध ग्रह से संबंधित शुभ फल हमें मिल सकते हैं। बुध ग्रह से बुद्धि का विकास होता है और पढ़ाई-लिखाई में मन लगता है। 

भगवान विष्णु व श्रीकृष्ण
ये दोनों देवता एक ही हैं। इन दोनों को पीतांबर धारी कहा जाता है क्योंकि इन्हें पीले वस्त्र पसंद हैं। रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण को पीले या केसरिया रंग का रक्षासूत्र बांधें। इससे आपकी हर परेशानी दूर हो सकती है और गुरु ग्रह से संबंधित शुभ फल भी मिलते हैं।
 
शनिदेव
शनिदेव वैसे तो बहुत क्रोधी स्वभाव के हैं लेकिन जब कोई इन्हें सच्चे मन ये याद करता है तो वे उसे शुभ फल भी प्रदान करते हैं। रक्षाबंधन पर शनिदेव के नीले रंग का रक्षासूत्र अर्पित करना चाहिए। जिससे इनकी कृपा सदैव हम पर बनी रहती है और संकट भी दूर होते हैं।

ये भी पढ़ें-

Raksha Bandhan 2022: दिन भर भद्रा हो तो कब मनाएं रक्षाबंधन? इस ग्रंथ में बताया गया है समाधान


Raksha bandhan 2022: कब और कैसे मनाएं रक्षाबंधन पर्व? यहां जानिए पूरी डिटेल, विधि, मंत्र, शुभ मुहूर्त व कथा

Rakshabandhan 2022: रक्षाबंधन पर भूलकर भी न करें ये 4 काम, जानिए कारण भी
 

PREV
Read more Articles on

Recommended Stories

Rukmini Ashtami 2025: कब है रुक्मिणी अष्टमी, 11 या 12 दिसंबर?
Mahakal Bhasma Aarti: नए साल पर कैसे करें महाकाल भस्म आरती की बुकिंग? यहां जानें