
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र और धर्म ग्रंथों में शनिदेव को बहुत ही क्रूर माना गया है जबकि ऐसा है नहीं। शनिदेव तो सिर्फ लोगों को उनके अच्छे-बुरे कर्मों का फल देते हैं। वैसे तो हर शनिवार को शनिदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है, लेकिन जब अमावस्या और शनिवार का योग बन जाए तो ये और भी शुभ रहता है। इस बार 27 अगस्त को ऐसा ही योग बन रहा है। इसे शनिश्चरी अमावस्या (Shani Amavasya 2022 Upay) कहते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, शनिश्चरी अमावस्या पर कुछ खास उपाय करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और संकटों से मुक्ति दिलाते हैं। आगे जानिए इन उपायों के बारे में…
ये उपाय करने से प्रसन्न होंगे शनिदेव
1. इस बार शनिश्चरी अमावस्या पर शिव योग दिन भर रहेगा। इस शुभ योग में शनिदेव की पूजा विधि-विधान से करें। सरसों के तेल से अभिषेक करें। काले तिल और काली उड़द चढ़ाएं।
2. शनिश्चरी अमावस्या पर पानी में काले तिल डालकर शनिदेव का अभिषेक करें। इससे शनि दोष के साथ-साथ पितृ दोष भी शांत होता है।
3. शनिश्चरी अमावस्या के शुभ योग में कुष्ठ रोगियों को काले कंबल, जूते-चप्पल, कपड़ों का दान करें। शनि कृपा पाने का ये अचूक उपाय है।
4. शनिश्चरी अमावस्या पर काली गाय की पूजा करें। उसे मिष्ठान आदि चीजें खिलाएं। वस्त्र ओढ़ाएं। हार पहनाएं। बाद में गाय के पैर भी धोएं। इस उपाय से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
5. इस दिन 10 नाम बोलकर घर पर ही शनिदेव की पूजा कर लें। इससे भी आपके संकट दूर हो सकते हैं- कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, कृष्ण, रौद्रान्तक, यम, सौरि, शनैश्चर, मन्द, पिप्पलाश्रय।
6. शनिश्चरी अमावस्या की सुबह स्नान आदि करने के बाद शनि चालीसा का पाठ करें। इससे भी शनिदेव की कृपा बनी रहती है।
7. शनिश्चरी अमावस्या पर शुभ योग में पीपल की पूजा करें और जल चढ़ाएं। पीपल के नीचे शुद्ध घी का दीपक जलाएं। पीपल की पूजा से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
8. शनिवार को व्रत रखें और शाम को पहले शनिदेव की पूजा करें और उड़द दाल की खिचड़ी का भोग लगाएं। बाद में स्वयं वही खिचड़ी खाकर व्रत पूर्ण करें।
ये भी पढ़ें-
Shani Amavasya August 2022: 27 अगस्त को शनिश्चरी अमावस्या पर करें ये 4 उपाय, बचे रहेंगे परेशानियों से
Shani Amavasya 2022: 14 साल बाद 27 अगस्त को बनेगा शुभ योग, पितृ और शनि दोष से मुक्ति के लिए खास है ये दिन
Shani Amavasya 2022 Date: अगस्त 2022 में कब है शनिश्चरी अमावस्या? जानिए तारीख और शुभ योग के बारे में