केतु का रत्न है लहसुनिया, इसे कब और कैसे पहनना चाहिए? जानिए इससे जुड़ी खास बातें

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर ग्रह का एक विशेष रत्न होता है, जिसे पहनने से उस ग्रह से संबंधित शुभ फलों में वृद्धि होती है और दोषों का नाश होता है। ऐसा ही एक रत्न है लहसुनिया।

Asianet News Hindi | Published : Jan 20, 2021 3:46 AM IST

उज्जैन. लहसुनिया केतु का रत्न है। इसके कई नाम हैं जैसे- वैदुर्य, विद्रालक्ष, लहसुनिया, कैटस आई आदि। यह वृषभ, तुला, मकर, मिथुन व कुम्भ राशि वालों के लिए विशेष लाभकारी सिद्ध होता है। लेकिन इसे धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श जरूर करना चाहिए। जानिए इससे जुड़ी खास बातें…

1. जब भी बने बनाए काम में अड़चन पड़े, चोट, दुर्घटना का भय बने, उन्नति के सभी मार्ग बन्द हो, तो समझें केतु के कारण परेशानी चल रही है। जब भी जन्मकुण्डली के अन्दर आपकी परेशानी का कारण केतु बने तो लहसुनिया रत्न धारण करना लाभप्रद होता है।
2. अगर कुण्डली में केतु की स्थिति केन्द्र/त्रिकोण में हो तो अर्थात केतु 1, 2, 4, 5, 7, 9, 10 भाव में हो लहसुनिया पहनने से फायदा होता है।
3. शनिवार या गुरुवार को लहसुनिया खरीदकर चांदी की अंगूठी में जड़वाएं। इसके बाद षोड़षोपचार पूजन करके ऊं कें केतवे नमः मन्त्र का सवा लाख जाप करवाएं और गुरूवार या शनिवार को मध्यमा उंगली में धारण करें।
4. अगर आपके कार्य व व्यवसाय में लगातार हानि हो रही हैं एवं बिगड़े कार्य बन नहीं रहें है, तो लहसुनिया पहनने से लाभ होता है।
5. यदि किसी बच्चे या नौजवान को जल्दी-जल्दी नजर लग जाती है, तो चांदी के लॉकेट में लहसुनिया पहने से नजर दोष का असर समाप्त हो जाता है।
6. अगर आप लगातार रोग से ग्रसित रहते हैं तो चांदी की अंगूठी में लहसुनिया को बनवाकर मध्यमा उंगली में धारण करने से रोग में कमी आती है।
7. यदि लहसुनिया में चमक न हो तो यह धारण करने से धन का नाश न होता है। अगर इस रत्न में छेद हो तो वह खण्डित माना जाता है। ऐसा लहसुनिया धारण करने से शत्रुओं की संख्या में वृद्धि होती है।
8. जिस लहसुनिया में चार या इससे अधिक धारियां हो, उसे धारण करना हानिकारक सिद्ध होता है।
 

ज्योतिषीय उपायों के बारे में ये भी पढ़ें

राहु का रत्न है गोमेद, इसे पहनने से पहले रखें ये सावधानियां, नहीं तो हो सकता है नुकसान

सूर्य का रत्न है माणिक्य, किन लोगों को इससे हो सकता है फायदा और किसे नुकसान?

लाल किताब: बृहस्पति का धातु है सोना, इसे पहनते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

शुक्र ग्रह का रत्न है हीरा, इसे स्टेटस सिंबल समझकर न पहनें, नहीं तो परिणाम विपरीत हो सकते हैं

गुरु का रत्न है पुखराज, इसे पहनते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, जानिए

पंचमुखी हनुमानजी की पूजा और उपाय करने से दूर हो सकती हैं आपकी परेशानियां

सोमवार के स्वामी हैं चंद्रदेव, इस दिन क्या करना चाहिए और क्या करने से बचें?

रविवार के स्वामी हैं भगवान सूर्यदेव, इस दिन क्या करें और क्या करने से बचें?

शनिवार के स्वामी हैं शनिदेव, इस दिन क्या करना चाहिए और क्या करने से बचना चाहिए?

शुभ फल पाने के लिए बुधवार को कौन-से काम करना चाहिए और क्या काम करने से बचना चाहिए?

कैसा होना चाहिए ऑफिस या शॉप का कलर, जानिए वास्तु शास्त्र से

काली हल्दी को चांदी की डिब्बी में भरकर तिजोरी में रखें, हो सकता है धन लाभ

राहु दोष दूर करने के लिए कांटेदार पौधे में रोज डालें एक लोटा पानी, जानिए पानी से जुड़े 5 ज्योतिषीय उपाय

हर बुधवार करें ऋणहर्ता गणपति स्त्रोत का पाठ, दूर हो सकती हैं आपकी परेशानियां

वास्तु टिप्स: कुबेर की दिशा में रखें तिजोरी, पानी की टंकी में चांदी का कछुआ, दूर हो सकती हैं पैसों की परेशानी

शादी में बार-बार आ रही हैं रुकावटें तो ये 7 उपाय आ सकते हैं आपके काम

शीघ्र विवाह, धन लाभ व परेशानियों से बचने के लिए करें ये आसान उपाय

इन 5 में से कोई 1 उपाय करने से वैवाहिक जीवन में बनी रहती है खुशहाली

ये हैं मंगलवार के 5 अचूक उपाय, 1 भी कर लेंगे तो पूरी हो सकती है आपकी हर इच्छा

मंगल दोष से परेशान हैं तो प्रत्येक मंगलवार को करें ये आसान काम, हर काम में मिले

लाल किताब से जानिए शुभ फल के लिए मंगलवार को क्या करना चाहिए और क्या करने से बचें?

चंद्रमा का रत्न है मोती, किन लोगों को इसे पहनने से शुभ फल मिल सकते हैं, जानिए

Share this article
click me!