खुफिया तंत्र को जानकारी मिली कि केराकत कोतवाली के डेहरी निवासी मौलाना मुजीब अकील का जौनपुर शहर के बेग़मगंज (लाल दरवाजा) में मकान है। जहां किराए पर 14 बांग्लादेशी दो भारतीय गाइड के साथ ठहरे हैं। ये गाइड झारखंड और पश्चिम बंगाल के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
लखनऊ (Uttar Pradesh) । देश भर में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में विदेशों से पहुंचे तब्लीगी जमात के सदस्यों की खोज यूपी में भी तेज हो गई है। लखनऊ के कैसरबाग में मरकजी मस्जिद मिले विदेशी नागरिकों के बाद जौनपुर से बड़ी खबर आ रही हैं। जहां जौनपुर में दो भारतीय गाइड के साथ 14 बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन्हें शरण देने वाले मौलाना के भी खिलाफ केस दर्ज किया है। शक है कि ये निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर लौटे हैं। वहीं प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या सौ से भी ज्यादा हो गई है।
यह है पूरा मामला
खुफिया तंत्र को जानकारी मिली कि केराकत कोतवाली के डेहरी निवासी मौलाना मुजीब अकील का जौनपुर शहर के बेग़मगंज (लाल दरवाजा) में मकान है। जहां किराए पर 14 बांग्लादेशी दो भारतीय गाइड के साथ ठहरे हैं। ये गाइड झारखंड और पश्चिम बंगाल के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
पुलिस कर रही सभी से पूछताछ
खुफिया तंत्र की सूचना पर क्षेत्राधिकारी सदर और सरायख्वाजा थाने की पुलिस ने छापेमारी की। मकान से 14 बांग्लादेशी तथा झारखंड और पश्चिम बंगाल के एक-एक नागरिक को गिरफ्तार किया। जिनकी पहचान झारखंड के यासिन अंसारी तथा पश्चिम बंगाल के मो. अबुल मोटालिब के रूप में हुई है, जो खुद को गाइड बता रहे हैं। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। शक है कि सभी दिल्ली से लौटे थे।
जांच में ये बातें आईं सामने
पुलिस सभी से अभी पूछताछ कर रही है। पकड़े गए बांग्लादेशियों ने अपना नाम हाजी हफीजुर्रहमान इमाम, रफीकुल इस्लाम, मैनुद्दीन नईम, इस्माइल, नूरुद्दीन साहिल, अमीनुल इस्लाम, महबूबरहमान, अरिमूल इस्लाम, रौशन अहमद,आलमीन, एके फैजुल हक, आकिब हसन महबूब, फिरदौस, सैफुल इस्लाम बताया है।
इन जिलों में भी चल रहा सर्च आपरेशन
बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, गाजियाबाद, प्रयागराज,प्रतापगढ़, जौनपुर भदोही, लखनऊ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बाराबंकी, मेरठ, बागपत, बिजनौर, आगरा, वाराणसी, हापुड़, मथुरा, शामली और सीतापुर।