बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार काफी संजीदा है। सरकार द्वारा राजधानी लखनऊ समेत सूबे के 17 जिलों को लॉक डाउन करने का आदेश दिया गया है। यह लॉकडाउन 25 मार्च तक जारी रहेगा। इस दौरान सीएम ने प्रदेश भर के मजदूर श्रमिकों, व गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के भरण पोषण की व्यवस्था की है।
लखनऊ(Uttar Pradesh ). यूपी में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण 17 जिलों में लॉक डाउन है। इन जिलों में जरूरी व आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर बाकी की सारी दुकाने व व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। इसके पूर्व रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान भी सूबे में तकरीबन शत-प्रतिशत दुकाने व अन्य प्रतिष्ठान बंद रहे थे। इन सब को ध्यान में रखते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक ऐतिहासिक फैसला किया है। सीएम ने दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा चालकों, सफाई कर्मियों के भरण-पोषण के लिए इनके खातों में 1 हजार रूपए भेजने का आदेश श्रम विभाग को दिया था। इन पैसों को भेजे जाने का काम भी शुरू हो गया है।
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार काफी संजीदा है। सरकार द्वारा राजधानी लखनऊ समेत सूबे के 17 जिलों को लॉक डाउन करने का आदेश दिया गया है। यह लॉकडाउन 25 मार्च तक जारी रहेगा। इस दौरान सीएम ने प्रदेश भर के मजदूर श्रमिकों, व गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के भरण पोषण की व्यवस्था की है।
सभी के खाते में भेजे जा रहे 1 हजार
जनता कर्फ्यू के बाद कोरोना के संक्रमण के खौफ से ज्यादातर लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं। 17 जिले पहले से ही लॉक डाउन पर हैं। ऐसे में मजदूरी कर रोजाना अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले श्रमिकों, रिक्शाचालकों आदि के लिए सरकार द्वारा व्यवस्था की गई है। सीएम ने श्रम विभाग में पंजीकृत 20 लाख 37 हजार श्रमिकों व 15 लाख ठेला,खोमचा,रेहड़ी व रिक्शा चलाने वाले लोगों को तत्काल 1 हजार रूपए देने का ऐलान किया था।
1 माह का राशन भी मिलेगा मुफ्त
सीएम योगी ने गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को ध्यान में रखते हुए उन्हें 1 माह का राशन निःशुल्क देने का ऐलान किया था। उन्होंने अन्त्योदय योजना, मनरेगा और श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिक एवं दिहाड़ी मजदूरों करीब 1 करोड़ 65 लाख 31 हजार जरूरतमंदों को एक माह का निशुल्क राशन अप्रैल में उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। इन परिवारों को 20 किलो गेहूं, 15 किलो चावल मुफ्त मिलेगा।
प्राथमिकता के आधार पर बने राशन कार्ड
मुख्यमंत्री ने शहरी क्षेत्र में ऐसे दिहाड़ी मजदूर जिनके पास राशन कार्ड उपलब्ध नहीं है, उनके कार्ड प्राथमिकता के आधार पर बनाए जाने का आदेश दिया है । प्रदेश में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जो भी कार्य करने वाले लोग खासतौर पर मजदूर या ठेला, खोमचा लगाने वालों को तत्काल खाद्यान्न उपलब्ध करवाने के आदेश दिए गए हैं।
प्रतिष्ठान बंद होने पर भी दिए जाएं कर्मचारियों को वेतन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए शैक्षणिक संस्थानों, माल, सिनेमाहाल, मल्टीप्लेक्स, जिम, स्वीमिंग पूल, रेस्टोरेंट आदि बंद है। इसके कारण प्रभावित श्रमिकों और कार्मिकों के हित को देखते हुए बंद इकाइयों के मालिकों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने श्रमिकों और कार्मिकों को नियमित वेतन और सभुगतान अवकाश प्रदान करें।
पैसेंजर ट्रेनों पर 31 मार्च तक रोक,25 तक बसें बंद
भारतीय रेलवे के इतिहास में बड़ा फैसला लेते हुए रेलवे बोर्ड ने 31 मार्च तक सभी पैसेंजर ट्रेनों को बंद करने का फैसला किया है। कोरोना वायरस को लेकर देश के ऊपर मंडरा रहा खतरा कितना गंभीर है, इसकी अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है। वहीं बसों के सञ्चालन पर 25 मार्च तक रोक लगा दी गई है।
पुलिस पहुंचाएगी आवश्यक सामग्री
सीएम योगी ने जनता की सहायता के लिए 112 की पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हेकिल) भी सक्रिय रहने का आदेश दिया है । प्रदेश में 112 के करीब तीन हजार चौपहिया वाहन व लगभग दो हजार दोपहिया वाहन सुरक्षा-व्यवस्था की ड्यूटी में लगे हैं। पीआरवी अब सुरक्षा-व्यवस्था के साथ-साथ लोगों के बीच आवश्यक सामग्री पहुंचाने और इमरजेंसी में किसी परिवार की पूरी मदद के लिए भी मुस्तैद रहेंगी।
मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
कोरोना के संदर्भ में किसी भी मदद के लिए यूपी सरकार ने निःशुल्क हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। सरकार की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर 18001805145 जारी किया गया है।
इंडो नेपाल बॉर्डर पर आवागमन में रोक
कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए नेपाल बॉर्डर पर आवागमन रोक दिया गया है। बताया जा रहा है कि संक्रमण के खतरे को देखते हुए फिलहाल 25 मार्च तक आवागमन बंद किया गया है।
घर तक पहुंचाई जाए दैनिक उपयोग की वस्तुएं
सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि, आम लोगों को दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुओं को प्राप्त करने में कोई कठिनाई न हो। इसके लिए दूध, सब्जियों आदि की आपूर्ति हेतु मोहल्लों में ठेला विक्रेताओं एवं छोटे वाहनों से विक्रय की व्यवस्था की जाय, ताकि लोगों को इन वस्तुओं को लेने हेतु घर से दूर न जाना पड़े।