थाने में बरगद का पेड़ बना मंडप, सैनिटाजर को बनाया गंगा जल, पुलिस ने देवर-भाभी की कराई ऐसे अनूठी शादी

थानाध्यक्ष ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण लागू लाक डाउन की वजह से शादी नहीं हो पा रही थी। महिला के सामने आर्थिक संकट गहराता जा रहा था। दोनों पक्ष राजी थे इसलिए थाने में ही शादी करा दी। इस अनूठी शादी से पांच बच्चों को सहारा मिल गया है। 
 

Ankur Shukla | Published : Apr 1, 2020 3:22 AM IST

शाहजहांपुर (Uttar Pradesh) । कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देसभर में लॉक डाउन किया गया है। इसी बीच निगोही थाने की पुलिस ने अनूठी शादी कराई है, जो चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल पति के मौत के बाद परिवावालों की रजामंदी से देवर के साथ रह रही पांच बच्चों की मां का विवाद हो गया था, जिसके मामला थाने पहुंच गया। यहां पूरी बात जानने के बाद पुलिस ने थाने को बारात घर बना लिया। परिसर में लगे बरगद के पेड़ को मंडप और सैनिटाइजर गंगा जल बनाया। वेद मंत्रोच्चारण के बीच लॉक डाउन के रूल्स को फालो करते हुए वर-वधू ने जयमाल पहनाकर एक दूसरे को गुड़ खिलाए। शादी की रस्म के दौरान प्रभारी निरीक्षक ने फूलों की वर्षा की। विदाई पर आशीर्वाद स्वरूप 200 रुपए दक्षिणा दी। इसके बाद इंस्पेक्टर ने वर-वधू को घर वालों के साथ अपनी गाड़ी से घर छुड़वाया। इस तरह की शादी की पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी रही।

यह है पूरा मामला
खुटार थाना क्षेत्र के रुजहा निवासिनी धनवती का करीब 20 वर्ष पहले निगोही थाने के हमजापुर गांव निवासी रामकुमार के साथ विवाह हुआ था। गत वर्ष रामकुमार का बीमारी से निधन हो गया। परिजनों के आग्रह पर धनवती अपने देवर प्रदीप के साथ रहने लगी। लेकिन, कुछ महीनों बाद ही दोनों में मनमुटाव हो गया। 

इस तरह हुई शादी
कई माह से एक दूसरे में बात नहीं हुई। धनवती ने प्रदीप के खिलाफ थाने में तहरीर दी। होली पर गांव में पंचायत हुई। लेकिन, बात नहीं बनी। अब धनवती थाने पहुंची और शिकायत की। थानाध्यक्ष इंद्रजीत भदौरिया ने प्रदीप समेत परिवारीनों को बुलाया। समझा बुझाकर दोनों की थाने में ही शादी करा दी। दोनों ने एक दूसरे को जयमाल पहनाई। 
 
थानाध्यक्ष ने कही बातें
थानाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह भदौरिया ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण लागू लाक डाउन की वजह से शादी नहीं हो पा रही थी। महिला के सामने आर्थिक संकट गहराता जा रहा था। दोनों पक्ष राजी थे इस लिए थाने में ही शादी करा दी। प्रदीप ने सिंदूर से धनवती की मांग भरी। इस अनूठी शादी से धनवती के पांच बच्चे काजल, शिवम, सरिता, सत्यम व शीतल को भी सहारा मिल गया है। 

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