मथुरा में जन्माष्टमी के दौरान हुई घटना को गंभीरता से लेते हुए योगी सरकार ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। घटना की जांच कर कमेटी मामले की रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। मंगला आरती के दौरान दम घुटने से दो लोगों की मौत हो गई थी।
लखनऊ: मथुरा में जन्माष्टमी पर्व पर बांके बिहारी मंदिर में की मंगला आरती के दौरान हुए हादसे को योगी सरकार ने बेहद गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। मंदिर परिसर में भारी संख्या में भीड़ होने के कारण लोगों का दम घुटने लगा था। दम घुटने से लोगों में अफरा-तफरी मच गई थी। जिस कारण मौके पर दो लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना की जांच के लिए योगी सरकार ने एक कमेटी गठित की है। पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया गया है। इस कमेटी में मंडलायुक्त अलीगढ़ गौरव दयाल समिति के सदस्य होंगे। यह कमेटी बांके-बिहारी मंदिर में हुई घटना की जांच करेगी।
कमेटी घटना की जांचकर 15 दिन में सौंपेगी रिपोर्ट
वहीं बांके बिहारी मंदिर में हुई घटना को लेकर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने आदेश जारी करते हुए कहा कि किन परिस्थितियों में इस तरह की घटना घटित हुई, भविष्य में दोबार इस तरह की घटनाएं न हों और मंदिर परिसर की व्यवस्था में किस प्रकार सुधार किया जाए। उन्होंने कमेटी मामले की जांचकर 15 दिन में रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। जन्माष्टमी पर्व के चलते भारी संख्या में दर्शन करने लोग मथुरा आए थे। जहां पर मंगला आरती के दौरान भीड़ अधिक होने के कारण लोगों का दम घुटने लगा और लोग बेहोश होने लगे। पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर जिनकी हालत खराब थी उन्हें बाहर निकालना शुरू कर दिया।
हादसे के दौरान हुई थी दो लोगों की मौत
इसी दौरान एक महिला निर्मला देवी और पुरुष राम प्रसाद विश्वकर्मा की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया और शव को साथ लेकर चले गए। घटना के समय एसएसपी, डीएम और नगर आयुक्त सहित मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद था। पुलिस ने हादसा होते ही बेहोश हो रहे श्रद्धालुओं को बाहर निकालना शुरूकर दिया। इस हादसे के दौरान घायल हुए लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। घायल हुए लोगों में एक महिला को छोड़ अन्य तीन लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है।