उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों हुई हनुमान जयंती पर हुई हिंसा को देखते हुए महत्वपूर्ण फैसला लिया है। उन्होंने कहा है कि धार्मिक जुलूस या शोभायात्रा निकालने से पहले अनुमति लेने के लिए शपथ पत्र देना होगा। अन्यथा माहौल खराब होने पर जवाबदेही तय करनी होगी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों हनुमान जन्मोत्सव और रामनवमी के अलग-अलग हिस्सों पर हुई हिंसा को देखते हुए पुलिस प्रशासन को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि आगमी तीन मई को अक्षय तृतीया व ईद पर्व एक ही दिन होने की वजह से कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए है। सीएम योगी ने निर्देश दिए है कि कोई भी शोभायात्रा व धार्मिक जुलूस बिना अनुमति के नहीं निकाल सकता। अगर किसी को शोभायात्रा व धार्मिक जुलूस को निकालना है तो उसके लिए विधिवत शपथ पत्र लिखकर अनुमति लेनी होगी। क्योंकि अगर ऐसा नहीं हुआ तो उसे माहौल खराब होने पर जवाबदेही तय होगी।
माहौल खराब होने पर देनी होगी जवाबदेही
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोई भी शोभायात्रा व धार्मिक जुलूस बिना विधिवत नहीं निकाला जाना चाहिए। इसके लिए विधिवत यानी नियमानुसार अनुमति लेनी होगी। लेकिन उससे पहले भी आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए। ताकि उस दौरान किसी भी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए। शपथ पत्र में अनुमति लेने के बाद भी अगर शोभायात्रा व धार्मिक जुलूस निकालते समय माहौल खराब होता है तो हर स्तर पर जवाबदेही तय की जाएगी। यह सारे निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम 09 की बैठक में दिए।
नए स्थलों पर नए माइक की अनुमति नहीं
राज्य में अजान और हनुमान चालीस पर पढ़ने को लेकर शुरू नए विवाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धार्मिक विचारधारा के हर किसी को अपनी उपासना पद्धति को मनाने की स्वतंत्रता है। सीएम योगी ने कहा कि पूर्व से अनुमति से जहां माइक लगे हैं, वहां माइक का प्रयोग किया जा सकता है। लेकिन सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज उस परिसर से बाहर बिल्कुल न जाए। जिससे अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं हो। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए है कि नए स्थलों पर नए माइक लगाने की अनुमति न दें।
आपको बता दें कि हनुमान जयंती पर कई राज्यों में शोभायात्रा के दौरान अशांति फैली, सामुदायिक हिंसा की घटनाएं सामने आई। इसी को देखते हुए सीएम योगी ने यह महत्वपूर्ण फैसला लिया है। उन्होंने निर्देश दिए है कि कोई भी शोभायात्रा या धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाला जाए। अनुमति देने से पहले आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र ले लें। योगी ने निर्देश दिए है कि अनुमित केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दी जाए। इसके साथ ही नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति अब नहीं दी जाए।