गुरलीन के पिता हरजीत सिंह चावला का भी कुछ यही मत है। वह कहते हैं -‘झांसी के जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से ही उनकी बेटी की मेहनत सबसे पहले सामने आई। हरजीत के अनुसार 17 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी में एक महीने तक चलने वाले स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल का वर्चुअल शुभारंभ कर गुरलीन की मेहनत को सराहा था।
लखनऊ () । सीएम योगी आदित्यनाथ के बाद अब पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरलीन चावला की तारीफ की है, जो झांसी की रहने वाली हैं और स्ट्ऱॉबेरी की खेती करती है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने झांसी में स्ट्रॉबेरी की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए यूपी सरकार के प्रयासों की भी सराहना की। साथ ही झांसी में स्ट्रॉबेरी महोत्सव के आयोजन का जिक्र करने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का आभार जताया था।
ला करती है गुरलीन
बताते चले कि गुरलीन चावला लॉ की स्टूडेंट हैं और स्ट्रॉबेरी की खेती भी करती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सराहना पाने वाली गुरलीन चावला की खुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री से मिली सराहना मेरे लिए एक सपने सरीखी है। झांसी के तपते वातावरण में स्ट्रॉबेरी को उगाकर मुझे खुशी मिली थी, लेकिन आज मेरी मेहनत को नया आयाम मिल गया है।
हर किसी को आश्चर्य होता है स्ट्रॉबेरी और बुंदेलखंड!
अब बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती को लेकर उत्साह बढ़ रहा है। झांसी का 'स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल स्टे एट होम कांसेप्ट' पर जोर देता है। इस महोत्सव के माध्यम से किसानों और युवाओं को अपने घर के पीछे खाली जगह पर या छत पर टेरेस गार्डन में बागवानी करने और स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। नई टेक्नोलॉजी की मदद से ऐसे ही प्रयास देश के अन्य हिस्सों में भी हो रहे हैं, जो स्ट्रॉबेरी, कभी, पहाड़ों की पहचान थी, वो अब, कच्छ की रेतीली जमीन पर भी होने लगी है, किसानों की आय बढ़ रही है।
गुरलीन के पिता ने कही ये बातें
गुरलीन के पिता हरजीत सिंह चावला का भी कुछ यही मत है। वह कहते हैं -‘झांसी के जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से ही उनकी बेटी की मेहनत सबसे पहले सामने आई। हरजीत के अनुसार 17 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी में एक महीने तक चलने वाले स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल का वर्चुअल शुभारंभ कर गुरलीन की मेहनत को सराहा था।