अग्निपथ योजना को लेकर तीन दिन से सड़क पर हंगामा कर रहे युवाओं को समाजवादी पार्टी द्वारा पर्दे के पीछे से मदद करने की बात सामने आई है। जांच में पता चला है कि प्रदर्शनकारियों का भोजन व पानी काले रंग की स्कार्पियो से आया था।
गोरखपुर: यूपी में अग्निपथ योजना के विरोध में पीपीगंज में हुई तोड़फोड़ की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जांच में पता चला है कि प्रदर्शनकारियों का भोजन व पानी काले रंग की स्कार्पियो से आया था। उस पर समाजवादी पार्टी का झंडा लगा हुआ था। पुलिस जांच में जुटी है कि वह काले रंग की स्कार्पियो किसकी थी। पुलिस को यह भी सूचना मिली है कि तोड़फोड़ के लिए युवओं को उकसाया गया था।
स्कार्पियो की तलाश में जुटी पुलिस
अग्निपथ योजना का विरोध करने वाले युवाओं ने शुक्रवार को पीपीगंज में अराजकता की सारी हदें पार कर दी थी। घटना के बाद पुलिस मामले की जानकारी लेने में जुटी तो पता चला कि किसी तैयारी में जुटे युवा के आत्महत्या की अफवाह फैलाई थी। इसे लेकर ही वहां के युवा उग्र हुए थे। पुलिस यह पता कर रही है कि अफवाह फैलाई किसने थी। इसके लिए साइबर सेल की टीम सोशल मीडिया अकाउंट पर भी नजर रखे हुए है। पुलिस पीपीगंज व बांसगांव के कुछ उपद्रवियों की सीसीटीवी से पहचान भी की है।
इस बाबत एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने जानिए बताया
एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि 'काले रंग की एक स्कार्पियो से प्रदर्शनकारियों का भोजन आया था। उस पर सपा का झंडा भी लगा था। वाहन का पता लगाया जा रहा है।' वहीं दूसरी तरफ जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश व एसएसपी डा.विपिन कुमार ताडा ने इसे लेकर पूर्व सैनिकों के साथ बैठक की और उनसे कहा कि वह अपने क्षेत्र में सेना की तैयारी करने वाले युवाओं को जागरूक करें। किसी को कोई समस्या है तो वह शांतिपूर्ण ढंग से ज्ञापन सौंप सकते हैं।
तैयारी करने वाले युवाओं से पुलिस ने किया संपर्क
जिले में सेना की भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं से पुलिस ने संपर्क किया और उनका नाम, नंबर नोट किया और अग्निवीर योजना को लेकर उन्हें समझाया है। इसके अलावा एलआइयू व अन्य एजेंसियों को भी जानकारी जुटाने के लिए कहा गया है। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने कहा कि वह खुद व जिले की पुलिस छात्रों से संपर्क कर रही है।
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