बेटे की चाहत में तीन बेटियों के बाद एक साथ पैदा हुए 4 बच्चे, पिता को सताने लगी 7 बच्चों के पालन-पोषण की चिंता

यूपी के आगरा जिले में रामबाग इलाके में एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। महिला के पहले से ही तीन बेटियां थी लेकिन बेटे की चाहत में अब कुल सात बच्चे हो गए है। जिसकी वजह से सात बच्चों के पिता को अब पालन- पोषण की चिंता सताने लगी है।

Asianet News Hindi | Published : Jun 28, 2022 10:30 AM IST

आगरा: उत्तर प्रदेश के जिले ताजनगरी आगरा से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। या यू कहे कि कुदरत का करिश्मा हुआ है। अक्सर दो बच्चे, तीन बच्चे एक साथ होने की कई घटनाएं सुनी होगी। लेकिन एक साथ चार बच्चों का होना किसी कुदरत के करिश्मे से कम नहीं है। यही करिश्मा आगरा के रामबाग में हुआ। इस इलाके में रहने वाली एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया। दिलचस्प बात तो यह है कि जच्चा-बच्चा पूरी तरह से सुरक्षित है। क्योंकि अक्सर इस तरह की डिलीवरी में परेशानी का सामना करना पड़ता है। तो वहीं दूसरी ओर अब पिता को अपने सातों बच्चों के पालन पोषण की चिंता सताने लगी है।

सात बच्चों के पिता पेशे से है ऑटो ड्राइवर
शहर के रामबाग की महिला ने एक साथ तीन लड़कियों और एक लड़के को जन्म दिया है। जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो पूरे शहर में इसकी चर्चा आग की तरह फैल गई। जानकारी के अनुसार थाना एत्माद्दौला के प्रकाश नगर की रहने वाली खुशबू पत्नी मनोज कुमार को कुछ दिन पहले आगरा ट्रांस यमुना कॉलोनी रामबाग के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है। लेकिन यह डिलीवरी आसान नहीं थी। परंतु डॉक्टरों की मेहनत मां और बच्चे पूरी तरह से सुरक्षित हैं। खुशबू और मनोज के पास पहले से ही तीन लड़कियां हैं। सात बच्चों के पिता मनोज कुमार शहर में ही ऑटो चलाते है। 

अस्पताल के संचालक ने दिया मदद का आश्वासन
सामान्य परिवार से होने के कारण आर्थिक स्थिति भी ज्यादा ठीक नहीं है। खुशबू और मनोज की पहले से ही तीन बेटियां है और इस बार एक साथ चार बच्चे आ गए है। जिसकी वजह से ऑटो चालक को अपने सातों बच्चों के पालन-पोषण की चिंता सताने लगी है। क्योंकि अस्पताल में बच्चों की देखरेख का एक दिन का खर्चा छह हजार रुपए हैं। यानी कि पूरे दिन में 24000 रुपए देखरेख के लिए खर्च हो रहे हैं। मनोज ने अब तक पैसे उधार लेकर तो पैसे भर दिए है लेकिन उसको आगे की चिंता सता रही है। अगले दो तीन तक बच्चों को अस्पताल में रखा जाएगा। इसके अलावा अस्पताल के संचालक ने बच्चों की पढ़ाई लिखाई को लेकर मदद का आश्वासन भी दिया है।

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