आगरा में व्यापारी को हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया है। यह लोग व्यापारियों को जाल में फंसाकर उन्हें बुलाते थे। इसके बाद उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें खींचकर ब्लैकमेल किया जाता था।
आगरा: फोन पर गल्ला व्यापारियों को फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करने वाली धौलपुर की पूजा और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूजा व्यापारियों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें बुलाती थी। उसके इस काम में गिरोह के अन्य लोगों का भी हाथ रहता था। इसके बाद बुलाए गए व्यापारी का वीडियो बना लिया जाता था। वीडियो बनने के बाद व्यापारी को ब्लैकमेल कर उससे रुपयों की मांग की जाती थी। इस गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस पहले भी जेल भेज चुकी है।
आपत्तिजनक तस्वीरें खींचकर किया जाता था व्यापारी को ब्लैकमेल
प्रकरण को लेकर सहायक पुलिस उपायुक्त खेरागढ़ सर्किल महेश कुमार के द्वारा जानकारी दी गई कि 18 नवंबर को गल्ला व्यापारी केशव सिंह ने बसई जगनेर थाने में केस दर्ज करवाया था। उन्होंने बताया कि मंडी से घर जाते समय भूपेंद्र शर्मा, मनीष पहलवान और रूपेंद्र ने उन्हें रोक लिया। बेहोशी की हालत में किसी महिला के साथ उनकी कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें खींच ली गई। इसके बाद उन तस्वीरों को वायरल करने की धमकी देते हुए 5 लाख रुपए की मांग की गई। पुलिस ने इस मामले में पड़ताल के बाद 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
बदनामी के डर से कई लोग नहीं करते थे शिकायत
इस पूरे मामले में छानबीन के दौरान धौलपुर के बसेड़ी निवासी पूजा का भी नाम सामने आया था। पूजा पत्नी विद्याराम गल्ला व्यापारियों को फोन कर अपने जाल में फंसाती थी। इसके बाद व्यापारी को बुलाकर उसकी तस्वीरें खींची जाती थी। पूजा को व्यापारियों के नंबर जेल भेजे गए उसके साथी उपलब्ध करवाते थे। वहीं व्यापारी भी इन मामलों में बदनामी के डर से पुलिस से कोई शिकायत नहीं करते थे। वसूली के इस पूरे खेल में पूजा का पति भी शामिल रहता था। वहीं जब पुलिस ने पूजा को गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि उसे शिकार को फंसाने और उससे बात करने के पैसे दिए जाते थे। पूजा ने इस मामले में किसी को भी ब्लैकमेल करने से साफ इंकार किया है।