चन्द्रशेखर का Exclusive इंटरव्यू, बोले- आ रहा हूं गोरखपुर, सपा में शामिल भाजपा नेता की पत्नी से लूंगा आशीर्वाद

चन्द्रशेखर ने अभी हाल ही में एक अपील की है कि वो अखिलेश यादव यानी सपा के खिलाफ अपना प्रत्याशी नहीं खड़ा करेंगे। ऐसे में अब गोरखपुर आकर सपा शामिल भाजपा नेता की पत्नी जिनकी गोरखपुर से सपा के टिकट से लड़ने की चर्चा जोर पकड़ चुकी है। उनसे आशीर्वाद लेना ये माना जा सकता है कि अब गोरखपुर से सपा चन्द्रशेखर के खिलाफ कोई कैंडिडेट नहीं खड़ा करेगी। आइए जानते हैं कि भीम आर्मी के चन्द्रशेखर ने इंटरव्यू में चुनाव तैयारियों को लेकर और क्या बोला।  

Asianet News Hindi | Published : Jan 26, 2022 9:04 AM IST / Updated: Jan 26 2022, 02:37 PM IST

अनुराग पाण्डेय
गोरखपुर:
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर से सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Aditiyanath) पहली बार विधानसभा चुनाव (Vidhansabha CHunav 2022) लड़ने जा रहे हैं। अभी तक योगी लोकसभा चुनाव लड़ते रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर सीट से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद ये माना जा रहा था कि उनकी जीत पक्की है। तभी भीम आर्मी (Bhim Army) के चन्द्रशेखर आजाद (Chandra SHekhar Ajad) ने भी योगी के खिलाफ गोरखपुर से ताल ठोंक दी। इसके बाद से ही गोरखपुर के चुनाव में अब रोमांच बढ़ गया है। वहीं एशियानेट हिंदी के एक्सलुसिव इंटरव्यू में एक सवाल का जवाब देते हुए चन्द्रशेखर ने बोला कि उत्तर प्रदेश में ना तो राम राज्य है, ना ही योगी राम हैं। योगी क्वालिफिकेशन पर नहीं धर्म के नाम चुनाव लड़ते हैं। वहीं चन्द्रशेखर ने ये भी बोला कि इसी सप्ताह गोरखपुर आ रहा हूं और वहां आकर भाजपा नेता उपेन्द्र शुक्ला की पत्नी जो कि इस समय सपा में शामिल हुईं हैं, उनका आशीर्वाद लेकर चुनाव कैंपेन शुरू करूंगा।

चन्द्रशेखर ने अभी हाल ही में एक अपील की है कि वो अखिलेश यादव यानी सपा के खिलाफ अपना प्रत्याशी नहीं खड़ा करेंगे। ऐसे में अब गोरखपुर आकर सपा शामिल भाजपा नेता की पत्नी जिनकी गोरखपुर से सपा के टिकट से लड़ने की चर्चा जोर पकड़ चुकी है। उनसे आशीर्वाद लेना ये माना जा सकता है कि अब गोरखपुर से सपा चन्द्रशेखर के खिलाफ कोई कैंडिडेट नहीं खड़ा करेगी। आइए जानते हैं कि भीम आर्मी के चन्द्रशेखर ने इंटरव्यू में चुनाव तैयारियों को लेकर और क्या बोला।  

प्रश्न: सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, क्या तैयारी है
उत्तर:
मैं समझता हूं कि चुनाव मजबूत है और मजबूती से चुनाव लड़ने के लिए संगठन की जरूरत होती है। मेरा गोरखपुर में संगठन मजबूत है। संगठन ने बूथ कमेटियां तैयार कर ली है। मैंने रविवार को वर्चुअल मीटिंग की और बुथ कमेटियों से मैंने अपील की है कि मेनोफेस्टो को लेकर घर-घर जाएं। आम जनता तक अपनी बात बताएं। वहां योगी आदित्यनाथ ने जो डर और भय का माहौल बनाया है, कोई भी फरमान जारी हो जाता है और उसे आम जनता दहशत की वजह से स्वीकार करती है। ऐसी बुनियादी समस्याओं के लिए हमने फार्म तैयार करवाएं हैं। हमारे कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से बात कर उनसे फार्म सबमिट कराएंगे। गोरखपुर यूनिवर्सिटी के यूथ जो चुनाव में भी मजबूती से पार्टिसिपेट करेगा। यहां के पढ़े लिखे नवजवान पिछले पांच साल योगीजी से रोजगार मांग रहे हैं। रोजगार मांगने पर केन्द्र के एक मंत्री ये कह देते हैं कि हमने ठेका नहीं ले रखा है। सरकार जनता की सुननी ही नहीं चाहती है। यूपी की बदहाली के जिम्मेदार योगी आदित्यनाथ हैं, गोरखपुर वासियों से मैं निवेदन करूंगा कि ऐसे व्यक्ति को सदन में जाने से रोकने के लिए चन्द्रशेखर आजाद को वोट करें। 

प्रश्न: क्या आप अखिलेश यादव का सपोर्ट कर रहे हैं
उत्तर:
मेरी लड़ाई अखिलश जी से नहीं है, मेरी लड़ाई भाजपा की नीतियों से है। जिस तरह से केन्द्र और प्रदेश की सरकार ने भाई चारे को तोड़ने का काम किया है। धर्म को धर्म से लड़ाने का काम किया है। मुख्यमंत्री कहते हैं कि 80 और 20 की लड़ाई है। मैं कहता हूं कि चयन की लड़ाई है। जनता चयन किसका करती है। गोरखपुर में 1971 में सीएम रहते हुए टीएन सिंह भी चुनाव हार चुके हैं। यहां की जनता सबक सिखाना जानती है। गोरखपुर में एक बार फिर बड़ा उलट फेर होगा।

प्रश्न: गोरखपुर के भाजपा नेता की पत्नी ने सपा में शामिल हुई हैं, उनके चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है। आपके खिलाफ अखिलेश यादव प्रत्याशी खड़ा करेंगे।
उत्तर:
देखिए मेरी अखिलेश जी से लड़ाई नहीं है और उस परिवार से मेरी संवेदना है। उस परिवार में जो दुख हुआ है। कोरोनाकाल के समय में ही शुक्लजी भी हम लोगों को छोड़कर चले गए। मैं गोरखपुर आकर उपेन्द्र शुक्ला की पत्नी जो मेरी मां के समान हैं, उनका आशीर्वाद  लूंगा। जब कोरोना काल था तब मुख्यमंत्री जी बंगाल में चुनाव प्रचार कर रहे थे, वे केवल अब पीएम बनना चाहते हैं। उन्हें गोरखपुर वासियों से कोई लेना देना नहीं है। बहन-बेटियां भी इस सरकार में सुरक्षित नहीं हैं। इसके हाथरस लगाए कई उदाहरण हैं। मुख्यमंत्री केवल अपनी जाति के लोगों को समर्थन करते हैं। मुख्यमंत्री ने पूरे कार्यकाल में एक जाति के माफियाओं को सफेद चादर ओढ़ाकर रखा।  

प्रश्न: तब ये समझा जाए कि अखिलेश यादव आपका सपोर्ट करेंगे।
उत्तर:
मैं मानने पर विश्वास नहीं रखता हूं। मैं करने पर विश्वास करता हूं। मैं मेहनत से जनता का दिल जीत कर दिखाउंगा। क्योंकि मैं गरीब परिवार से आता हूं और इस समय धनतंत्र की राजनीति है। मेरा प्रयास रहेगा कि वहीं के साथी के सहयोग से उनके धन से मैं चुनाव लड़ूं।

प्रश्न: आपका नाम रावण कैसे पड़ा। इसकी हर जगह चर्चा है।
उत्तर:
मुख्यमंत्री इसकी चर्चा करा रहे हैं। उनकी सोच है कि चुनाव को प्रत्याशी की क्षमता, संघर्ष और क्वालिफिकेशन को छोड़कर धर्म की तरफ ले जाएंगे। कल उन्हीं के लोग वीडियो बनाएंगे कि राम रावण की हत्या करेंगे। मैं ये बात क्लियर करना चाहुंगा कि ना तो उत्तर प्रदेश में राम राज्य है, ना ही योगी आदित्यनाथ राम हैं। इस सरकार ने तो राम के नाम पर भी लूट की है। अयोध्या इसका जीता जागता सबूत है।

प्रश्न: गोरखपुर से आपका कैंपेन कब शुरू हो रहा है।
उत्तर:
मैं इसी सप्ताह गोरखपुर आ रहा हूं। मेरा संगठन कैंपेन में लग गया है।

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