यूपी के अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर के परकोटे का आकार बढ़ा दिया है। बताया जा रहा है कि परकोटा का आकार 6 एकड़ से बढ़ा कर 8 एकड़ कर दिया गया है। आकार बढ़ने पर अब 50 हजार श्रद्धालु एक साथ राम दरबार में रह सकेंगे।
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के जिले अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर के परकोटे का आकार बढ़ा दिया है। राम मंदिर के प्रति लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। बता दें कि राम मंदिर का परकोटा 6 एकड़ से बढ़ाकर 8 एकड़ कर दिया गया है। 15 दिसंबर से इसका निर्माण कार्य शुरू होगा। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि परकोटा का आकार बढ़ने के बाद अब 25 हजार की जगह यहां पर 50 हजार श्रद्धालु एक साथ राम दरबार में रह सकेंगे।
रामायण के चित्रों की संख्या बढ़ाकर की गई 800
इसके साथ ही परकोटा के अंदर ही परिक्रमा मार्ग होगा। बताया जा रहा है कि परकोटा की ऊंचाई 18 से 21 फीट और चौड़ाई 16 फीट रहेगी। वहीं इससे पहले परकोटे में रामायण पर आधारित 600 चित्र बनाए जाने थे। लेकिन परकोटा का आकार बढ़ने के बाद चित्रों की संख्या भी बढ़कर 800 हो गई है। 15 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम अपने नए भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। तारीख तय होने के बाद राम मंदिर निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि गर्भगृह में लगने वाले सफेद संगमरमर के पत्थरों के तराशी का काम पूरा हो गया है।
2023 तक पूरा हो जाएगा ये कार्य
इसके बाद इन पत्थरों को अयोध्या लाया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह पत्थर पूरी तरह से जनवरी तक अयोध्या पहुंच जाएंगे। वहीं राम मंदिर के गर्भग्रह का निर्माण कार्य भी जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा। कामेश्वर चौपाल ने बताया कि वर्ष 2023 तक मंदिर निर्माण के साथ ही रामजन्मभूमि पथ, भक्ति पथ और रामपथ का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। बता दें कि रामजन्मभूमि पथ का काम तेजी से किया जा रहा है। उम्मीद है कि जनवरी तक इसे पूरा कर लिया जाएगा। वहीं दिसंबर 2023 तक रामपथ का काम भी पूरा कर लिया जाएगा। अयोध्या के मुख्य मार्ग पर चलने के बाद रामभक्त सुग्रीव किला से रामलला तक दर्शन के लिए सीधे पहुंचेंगे।
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