कानपुर के बिकरू कांड के बाद चर्चाओं में आए विकास दुबे की 67 करोड़ से अधिक की संपत्तियों को प्रशासन ने जब्त कर लिया है। इन पर रिसीवर की तैनाती की जाएगी। इसके लिए कानपुर देहात और लखनऊ भी पत्र भेजा गया है।
कानपुर: बहुचर्चित बिकरू कांड के बाद एनकाउंटर में मारे गए हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके रिश्तेदारों की 67 संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है। विकास दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। मामले में कानपुर आउटर के एसपी अजीत सिन्हा की रिपोर्ट के बाद डीएम कोर्ट ने उसकी संपत्तियों को अटैच करने का आदेश दिया था। जिन संपत्तियों को जब्त किया गया है उसमें विकास दुबे की पत्नी, दोनों बेटों और मां की संपत्ति भी शामिल है।
कई संपत्तियों को किया गया अटैच
प्रशासन की ओर से अटैच की गई संपत्तियों में बिकरू, चौबेपुर, कानपुर देहात और लखनऊ में स्थित 13 अचल और 10 चल संपत्तियों शामिल हैं। इसके बाद अब इन संपत्तियों पर तहसीलदार स्तर का अधिकारी बतौर रिसीवर तैनात होगा। वहीं कानपुर देहात और लखनऊ डीएम को रिसीवर बैठाने के लिए भी पत्र प्रेषित किया गया है।
दबिश देने गई टीम पर हुई थी फायरिंग
गौरतलब है कि 2 जुलाई 2020 को कानपुर से बहुचर्चित बिकरू कांड सामने आया था। जहां विकास दुबे और उसके गुर्गों ने दबिश के लिए पहुंची टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस प्रकरण में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। जिसके बाद पुलिस ने विकास दुबे समेत अन्य आरोपियों को अलग-अलग एनकाउंटर में मार गिराया था। विकास दुबे का एनकाउंटर उस दौरान हुआ था जब मध्य प्रदेश के उज्जैन से उसे पकड़े जाने के बाद यूपी लाया जा रहा था। कथिततौर पर विकास दुबे ने फरार होने का प्रयास किया था जिसके बाद हुई गोलीबारी में उसको मार गिराया गया था।
मकान पर भी प्रशासन ने चलवाया था बुलडोजर
बिकरू कांड के बाद प्रशासन ने विकास दुबे के गांव में बने मकान पर भी बुलडोजर चलवा दिया था। यही नहीं उसकी पत्नी रिचा दुबे और अन्य की संपत्तियों को लेकर भी टीम लगातार तफ्तीश कर रही थी।
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