14 दिन के लिए जेल भेजे गए चिन्मयानंद, SIT ने छात्रा के 2 भाई और दोस्त को किया गिरफ्तार

शाहजहांपुर के स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम करने वाली एक छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल करके चिन्मयानंद पर आरोप लगाया था। उसने कहा था, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने उसके अलावा कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी है।

Asianet News Hindi | Published : Sep 20, 2019 5:00 AM IST / Updated: Sep 20 2019, 03:16 PM IST

शाहजहांपुर (Uttar Pradesh). पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को मुमुक्षु आश्रम स्थित उनके दिव्य धाम से शुक्रवार सुबह एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं, एसआईटी ने पीड़ित छात्रा के दो चचेरे भाई और एक दोस्त को भी चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, दोनों ही मामलों में एसआईटी की कार्रवाई में कोई देरी नहीं हुई। 

जानें क्या छात्रा के चचेरे भाई और दोस्त को किया गिरफ्तार
चिन्मायानंद ने छात्रा द्वारा आरोप लगाने के बाद चिन्मयानंद ने अज्ञात के खिलाफ 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने का केस दर्ज कराया था। इस मामले की जांच भी सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी को सौंपी थी। जांच में टीम को एक वीडियो मिला, जिसमें छात्रा, उसका साथी संजय सिंह व कुछ और लोग दिखे। वो सभी कहीं जा रहे थे। गाड़ी में आगे बैठा शख्स छात्रा और संजय को रुपए मांगने को लेकर फटकार लगा रहा था। इसमें बहुत कुछ ऐसा था, जिससे लग रहा था कि चिन्मयानंद से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने में इन्हीं लोगों का हाथ है। 

छात्रा का क्या है आरोप
पीड़ित छात्रा ने बताया था, स्वामी ने उसका नहाते समय का वीडियो बनाया। इसी वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर उसके साथ एक साल तक दुष्कर्म किया। यही नहीं, स्वामी ने उसके अलावा अन्य छात्रा का भी यौन शोषण किया।

एसआईटी ने इस तरह की पूरी जांच
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने सबसे पहले शाहजहांपुर पुलिस से केस की पूरी डिटेल ली। उसके बाद छात्रा, चिन्मयानंद, छात्रा के पिता, दोस्त से पूछताछ की। टीम पीड़ित छात्रा को फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ स्वामी के आश्रम भी लेकर गई, जहां उसने यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। वहां से कुछ सबूत जुटाए गए। इसके बाद छात्रा ने जांच टीम को 64 जीबी की पेनड्राइव दी, जिसमें करीब 43 वीडियो थे। छात्रा के मुताबिक, वीडियो से स्वामी की पर्दाफाश हो जाएगा। बाद में कोर्ट में छात्रा के 164 के तहत बयान दर्ज कराए गए। 

छात्रा ने दी थी आत्महत्या की धमकी
बीते दिनों परिवार के साथ इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंची छात्रा ने कहा था, अगर चिन्मयानंद की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वो आत्महत्या कर लेगी। यही नहीं, उसने एसआईटी की जांच पर भी सवाल खड़े कर दिए थे। उसका कहना था कि 164 के बयान दर्ज होने के 24 घंटे बाद भी चिन्मयानंद खुलेआम घूम रहा। बच्चों की तरह बीमारी का बहाना बनाकर जेल जाने से बचना चाहता है। जैसे बच्चों को जब स्कूल नहीं जाना होता है तो वो बीमारी का बहाना बना लेते हैं। जांच टीम इसको लेकर कुछ बता नहीं रही।

क्या है पूरा मामला
शाहजहांपुर के स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम करने वाली एक छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल करके चिन्मयानंद पर आरोप लगाया था। उसने कहा था, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने उसके अलावा कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी है। उसे और उसके परिवार को इस संन्यासी से जान का खतरा है। वीडियो वायरल होने के बाद छात्रा अचानक लापता हो गई थी। जिसके बाद छात्रा के परिवार की तहरीर के आधार पर पुलिस ने पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री पर अपहरण का केस दर्ज किया था। कुछ दिन बाद पुलिस ने छात्रा को राजस्थान से बरामद किया। घटना का संज्ञान सुप्रीम कोर्ट ने लिया, जहां सुनवाई के बाद एसआईटी जांच के आदेश दिए गए। छात्रा ने कहा था कि चिन्मयानंद ने एक साल तक उसका यौन शोषण किया।

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