तेज हवा चलने से यमुना नदी में नाव डूबी, लॉकडाउन ड्यूटी में तैनात दारोगा और सिपाही समेत तीन लापता

कोरोना वायरस के खतरे के चलते लागू लॉकडाउन में जिले की सीमाएं पूरी तरह से सील कर दी गई हैं। इसके बावजूद बांदा जिले से तमाम लोग यमुना नदी के रास्ते नाव से फतेहपुर जिले में आया जाया करते हैं। किशनपुर थाने में तैनात उपनिरीक्षक अपने हमराही सिपाही के साथ नाव से इस पार आने वालों पर नजर बनाए हुए थे।

Ankur Shukla | Published : Apr 26, 2020 4:45 AM IST

फतेहपुर (Uttar Pradesh) । तेज हवा चलने के कारण यमुना नदी में नाव पलट गई, जिसमें सवार यूपी पुलिस के उपनिरीक्षक और एक हेड कांस्टेबल समेत तीन लोग डूब गए हैं। तीनों की तलाश के लिए पीएसी के गोताखोर और एनडीआरएफ की टीम को लगाया गया है। आलाधिकारी बड़ी संख्या में पुलिस के कर्मचारी मौके पर कैम्प किए हुए हैं। किशनपुर थाना क्षेत्र के मड़ैयन घाट पर यह नाव हादसा उस समय हुई जब उपनिरीक्षक रामजीत अपने हमराही कांस्टेबल शशिकांत के साथ यमुना नदी में नाव से लॉकडाउन की निगरानी कर रहे थे।

लॉकडाउन ड्यूटी पर थे तैनात
कोरोना वायरस के खतरे के चलते लागू लॉकडाउन में जिले की सीमाएं पूरी तरह से सील कर दी गई हैं। इसके बावजूद बांदा जिले से तमाम लोग यमुना नदी के रास्ते नाव से फतेहपुर जिले में आया जाया करते हैं। किशनपुर थाने में तैनात उपनिरीक्षक रामजीत अपने हमराही सिपाही शशिकांत के साथ नाव से इस पार आने वालों पर नजर बनाए हुए थे। इसी बीच उनकी नाव तेज हवा के चलते यमुना नदी के गहरे पानी मे डूब गई।

यहां के हैं निवासी
नदी में डूबे उपनिरीक्षक रामजीत भारती जौनपुर जिले के मछलीशहर के रहने वाले हैं, जबकि उनका हमराही सिपाही शशिकांत गाजीपुर जिले के खजुहा गांव के निवासी हैं। उपनिरीक्षक रामजीत का तबादला को सात महीने पहले फतेहपुर जनपद में हुआ था। जनपद के आमद कराने के बाद उनकी तैनाती किशनपुर थाने में की गई थी।

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