बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा कि अति-विवादित कृषि कानूनों की आज संसद के दोनों सदनों में वापसी किसानों को थोड़ी राहत के साथ ही यह देश के लोकतंत्र की वास्तविक जीत है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 2022 के विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav 2022) नजदीक हैं। उससे पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Narendra modi) की ओर से कृषि कानून(farms bill) को वापस लेना आगामी चुनाव में बीजेपी(BJP) को एक बड़ा फायदा पहुंचा सकता है। लेकिन इन सबके बीच विपक्ष की ओर से हो रही जुबानी हमलेबाजी कम होने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को बसपा सुप्रीमो मायावती(Mayawati) ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए एक तरफ कृषि कानून को वापस लेने के एलान को सही ठहराया। वहीं, दूसरी ओर उन्होंने कहा कि एमएसपी की कानूनी गारण्टी सुनिश्चित करने की माँग पर केन्द्र की चुप्पी अभी भी बरकरार है। केन्द्र द्वारा इसपर भी सकारात्मक पहल की जरूरत है।
'कृषि कानून का दोनों सदनों में वापसी है लोकतंत्र की सबसे बड़ी जीत'
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा कि देश में किसानों के एक वर्ष के तीव्र आन्दोलन के फलस्वरूप तीन अति-विवादित कृषि कानूनों की आज संसद के दोनों सदनों में वापसी किसानों को थोड़ी राहत के साथ ही यह देश के लोकतंत्र की वास्तविक जीत है। यह सबक है सभी सरकारों के लिए कि वे सदन के भीतर व बाहर लोकतांत्रिक आचरण करें।
एमएसपी की कानूनी गारंटी पर सरकार की चुप्पी बरकरार- मायावती
कृषि कानून की वापसी पर बसपा प्रमुख मायावती ने एक तरफ सरकार को सही बताया। वहीं, दूसरी ओर उन्होंने कहा कि देश के किसानों की विभिन्न समस्याओं को दूर करने के क्रम में खासकर फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारण्टी सुनिश्चित करने की माँग पर केन्द्र की चुप्पी अभी भी बरकरार है। केन्द्र द्वारा इसपर भी सकारात्मक पहल की जरूरत है, ताकि किसान खुशी-खुशी अपने घर लौट सकें।