बुलंदशहर हिंसा के 6 आरोपियों को जमानत मिल गई है। जेल से निकलने के बाद इन आरोपियों का माला पहनाकर स्वागत किया गया। पिछले साल हुई इस हिंसा में एक इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और युवक सुमित की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी
बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश). बुलंदशहर में गोकशी की अफवाह को लेकर हुई हिंसा और पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या के मामले में जेल में बंद 6 आरोपियों को शनिवार शाम जमानत पर रिहाई मिल गई। खासबात यह है कि जेल से छूटने के बाद सभी आरोपियों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया। स्वागत की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही हैं। इस दौरान भारत माता की जय, वन्दे मातरम और जय श्रीराम का जयघोष किया गया।
राजद्रोह के बाद भी ऐसा स्वागत..
स्वागत की जो तस्वीर आप देख रहे हैं ये राजद्रोह, हत्या और बलवा करने वाले आरोपी हैं। दरअसल स्याना हिंसा के आरोपी जीतू फौज़ी, शिखर अग्रवाल, हेमू, उपेंद्र सिंह राघव, सौरव और रोहित राघव कोर्ट से जमानत के जैसे ही जेल से बाहर आये उनका हिन्दूवादी संगठन से जुड़े लोगों ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया। शिखर अग्रवाल भाजपा युवा मोर्चा के स्याना के पूर्व नगर अध्यक्ष हैं। जबकि उपेंद्र सिंह राघव अंतर राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष हैं।
44 में से 6 आरोपियों को मिली जमानत
पिछले साल 3 दिसम्बर को स्याना के चिंगरावठी में गौकशी के बाद हिंसा भड़क गई थी। हिंसा में न सिर्फ इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और सुमित की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी बल्कि सरकारी वाहन और पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने मामले दर्ज कर 44 लोगों को जेल भेज दिया था। 44 में से 6 आरोपियों को साढ़े सात माह के बाद जेल से जमानत पर रिहा किया गया है।