सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ओवैसी की सुरक्षा समीक्षा के बाद सरकार ने उन्हें तत्काल प्रभाव से सीआरपीएफ की जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है।
लखनऊ: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले के बाद केंद्र सरकार (Central government) ने उनकी सुरक्षा की समीक्षा की। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ओवैसी की सुरक्षा समीक्षा के बाद सरकार ने उन्हें तत्काल प्रभाव से सीआरपीएफ की जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है।
क्या है मामला?
गुरुवार शाम असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया कि मेरठ से लौटते वक्त उनकी गाड़ी पर 4 राउंड फायरिंग की गई है। आज तक के साथ खास बातचीत में ओवैसी ने कहा कि उन पर मेरठ से लौटते वक्त फायरिंग की गई। वह बोले कि सबको पता था कि हम मेरठ से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। हर कोई जानता है कि जा के पास गाड़ी धीमी हो जाती है और इसी दौरान हमलावर ने मुझे निशाना बनाते हुए गोलीबारी की। जब हमलावरों ने गोलीबारी की तो हमारे ड्राइवर ने समझदारी और तुरंत गाड़ी भगा ली। इन लोगों पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए इन्होंने मेरी जान लेने की कोशिश की है।
कुछ लोग घटना को झूठी शोहरत पाने का तरीका बता रहे- ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री, यूपी के प्रशासन को इस मामले को देखना चाहिए। साथ ही मैं उम्मीद करता हूं कि चुनाव आयोग इस मामले को संज्ञान में लेगा और मामले की जांच होगी। मैं इस मामले को लेकर जनता के अदालत में भी जाऊंगा। अगर मौका मिला तो शुक्रवार को लोकसभा के स्पीकर से भी मिलूंगा। आज चार बार के सांसद पर गोली चली है, कल किसी और पर चलेगी। मैं यूपी के कैंपेन में हमेशा जाऊंगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इसे झूठी शोहरत पाने का तरीका बता रहे हैं, लेकिन ये ऐसा बिलकुल नहीं माना जाना चाहिए। इसकी तहकीकात अच्छी तरह से होनी चाहिए। इसके पीछे जरूर कोई मास्टरमाइंड है जो मेरी और संविधान की आवाज नहीं सुनना चाहता।