
शाहजहांपुर (Uttar Pradesh). पूर्व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के आरोप में जेल में बंद पीड़िता को शुक्रवार को कोर्ट के आदेश पर बरेली कॉलेज में एलएलएम में एडमिशन के लिए ले जाया गया।
क्या है पूरा मामला
बता दें, पीड़िता स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम की छात्रा है। उसने एक वीडियो के जरिये स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए थे। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लेते हुए महात्मा ज्योतिबा फूले विश्वविद्यालय में एलएलएम में पीड़िता के एडमिशन के लिए यूपी सरकार को आदेश दिया था। लेकिन एडमिशन से पहले ही विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पीड़िता को जेल भेज दिया था।
पुलिस अधीक्षक डॉ एस चिनप्पा ने बताया, सीजेएम के आदेश पर जेल प्रशासन ने पीड़िता को बरेली ले जाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था की मांग की थी। इसके बाद पुलिस का एक दल पीड़िता को अपनी सुरक्षा में लेकर बरेली कालेज गया। जेलर राजेश कुमार राय ने बताया, आज सुबह करीब 7 बजे पीड़िता को एडमिशन के लिए बरेली कॉलेज भेजा गया।
पीड़िता के पिता की प्रार्थना पर लिया गया एक्शन
पीड़िता के पिता ने बताया, गुरुवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) ओमवीर सिंह की कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर कोर्ट ने 18 अक्टूबर को बेटी का बरेली कॉलेज में एलएलएम में एडमिशन कराने का आदेश दिया।
बता दें, स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एक छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल कर पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। इसके बाद चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओमवीर सिंह ने यहां शहर कोतवाली में पीड़िता के खिलाफ रंगदारी मांगने का एक मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में एसआईटी ने जांच की और पीड़िता तथा उसके तीन साथियों संजय, विक्रम और सचिन को रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। वहीं, दूसरी ओर पीड़िता के आरोपों की जांच के बाद स्वामी चिन्मयानंद को धारा 376 सी के तहत गिरफ्तार किया गया। फिलहाल, चिन्मयानंद और पीड़िता दोनों जेल में बंद हैं।
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