उत्तर प्रदेश के जिले मऊ में सोमवार को जिला प्रशासन ने मुख्तार गैंग के मुख्य सहयोगी गणेश मिश्रा की करीब पांच एकड़ जमीन पर बुलडोजर चला दिया है। जिसकी करीब 60 करोड़ कीमत बताई जा रही है। यह कार्रवाई जिलाधिकारी के निर्देश के बाद हुई है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दोबारा मुख्यमंत्री के पद में वापसी करने के बाद योगी आदित्यनाथ माफियाओं के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाने की प्रक्रिया जोरो से तेज की है। मऊ में सोमवार का दिन मुख्तार अंसारी के करीबियों के लिए मुसीबतें लेकर आया। जिला प्रशासन ने मुख्तार गैंग के मुख्य सहयोगी गणेश मिश्रा की करीब पांच एकड़ पर हो रही अवैध प्लॉटिंग को बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया। करीब 60 करोड़ की संपत्ति पर बुलडोजर चला है।
बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों पर प्रशासन ने टेढ़ी नजर रखनी शुरू कर दी है। मऊ प्रशासन ने मुख्तार अंसारी के करीबी गणेश दत्त मिश्रा की पांच एकड़ भूमि पर अवैध प्लॉटिंग को बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया। जिसकी करीब 60 करोड़ कीमत बताई जा रही है।
यह कार्रवाई जिलाधिकारी अरुण कुमार के निर्देश के बाद हुई है। सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी ने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी गणेश मिश्रा द्वारा इकत्रित पांच एकड़ भूमि पर अवैध प्लॉटिंग के मुख्य द्वार और बांउड्री को ध्वस्त करा दिया।
अवैध प्लॉटिंग और कॉलोनाइजर को किया जा रहा चिन्हित
सिटी मजिस्ट्रेट का कहना है कि मुख्तार अंसारी के गैंग के मुख्य सहयोगी गणेश दत्त मिश्रा द्वारा अवैध निर्माण कर इस कमाई गई संपत्ति से यश, विक्रम, अनीता देवी वर्कशीट इंफ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर विजय कुमार आदि के नाम से भूमि खरीद कर अवैध तरीके से प्लॉटिंग कर अवैध कॉलोनी बनाई जा रही थी। जिसे जिलाधिकारी के निर्देश के बाद पूर्णता ध्वस्त कराया गया। यह भूमि गाटा संख्या 163, 164 तथा 170 है।
उन्होंने आगे बताया कि अवैध प्लॉटिंग और कॉलोनाइजर को चिन्हित किया जा रहा है। उसके बाद उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिटी मेजिस्ट्रेट ने यह भी बताया कि प्लॉटिंग की जमीनों की जांच के लिए राजस्व टीम को निर्देशित किया गया है। जमीन में हुई हेराफेरी की जांच अभिलेखों से की जा रही है। अगर जांच में कुछ भी गलत पाया गया तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
मुख्तार अंसारी की तीन करोड़ से अधिक संपत्ति हुई कुर्क
राज्य के बांदा जेल में बंद मऊ जिले के सदर से पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी पर आर्थिक चोट जारी है। अब तो उनके करीबियों पर भी इसका असर दिखने लगा है। पुलिस लगातार मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों की संपत्ति की जांच कराकर जब्त कार्रवाई कर रही है। ज्ञात है कि शनिवार को गाजीपुर जिले में प्रशासन ने मुख्तार अंसारी की तीन करोड़ 50 लाख रुपये की बेनामी संपत्ति कुर्क कर ली।