मुख्यमंत्री योगी को क्यों आया गुस्सा, जानिए आखिर किसे कहा - 'दुर्योधन'

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर प्रदेश सरकार द्वारा बुलाया गया विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हो गया है। 36 घंटे चलने वाले इस सत्र का विपक्षी दलों ने विरोध किया है। सत्र की शुरुआत में ही सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर हमला बोला। सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष ने बापू का अपमान किया है। विपक्ष दुर्योधन की भूमिका में है। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 2, 2019 8:18 AM IST

लखनऊ(UTTAR PRADESH ). महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर प्रदेश सरकार द्वारा बुलाया गया विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हो गया है। 36 घंटे चलने वाले इस सत्र का विपक्षी दलों ने विरोध किया है। सत्र की शुरुआत में ही सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर हमला बोला। सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष ने बापू का अपमान किया है। विपक्ष दुर्योधन की भूमिका में है। 

प्रदेश में बनवाए गए ढाई करोड़ से अधिक शौचालय 
सीएम ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब तक करीब दो करोड़ 75 लाख परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराया गया है। इसमें से दो करोड़ 61 लाख शौचालय हमारी सरकार में बनवाए गए। इसके लिए मैं सभी यूपी वासियों को बधाई देता हूं। सीएम ने कहा कि शौचालय ने स्वच्छता के साथ रोजगार को बढ़ाने में भी मदद की है और यूपी में विकास ही हमारा लक्ष्य है।

विशेष सत्र में विकास पर मंथन विपक्ष को पसंद नहीं 
सीएम ने कहा कि हम विशेष सत्र में विकास पर मंथन कर रहे है, तो विपक्ष को अच्छा नहीं लगा। उन्होंने ये कहकर सदन से किनारा कर लिया कि सरकार केवल रिकॉर्ड बनाने के लिए विशेष सत्र का आयोजन कर रहे है। सीएम ने कहा कि गरीबी उन्मूलन व भुखमरी समाप्त करना भी हमारा लक्ष्य है। 

सीएम ने 'दुर्योधन' से की विपक्ष की तुलना 
सीएम योगी ने कहा, यूपी से गरीबी को पूर्णतया समाप्त करना है। हमारा ध्येय अच्छा स्वास्थ्य, अच्छा जीवन, साफ पानी, अच्छी शिक्षा, अच्छा काम और आर्थिक विकास के लक्ष्य को शामिल करना है। यह दुर्भाग्य की बात है विपक्ष दुर्योधन द्वारा महाभारत में कही उक्ति को चरितार्थ कर रहा है। जिन्होंने गांधी जी के नाम पर सत्ता पाई वो आज उन्ही का अपमान कर रहे हैं। आज विकास की बातों पर चर्चा के लिए सदन की विशेष भूमिका है। आज प्रस्ताव पर चर्चा है तो विपक्ष अनुपस्थित है। जिन्होंने 15 सालों तक जंगलराज स्थापित किया, वह वंशवाद और जातिवाद से प्रदेश को निवृत्त नहीं कर सकते।  

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