21 जून को होने वाले आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में सीएम योगी ने 3.50 करोड़ लोगों को योग दिवस से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तैयारियों की समीक्षा की है।
लखनऊ: आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर 21 जून को उत्तर प्रदेश के 75000 स्थानों पर साढ़े तीन करोड़ से अधिक लोग योगाभ्यास करेंगे। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में योग दिवस पर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाले 75 स्थानों पर विशेष कार्यक्रमों आयोजित हो रहे हैं, इनमें छह स्थल उत्तर प्रदेश में हैं। यहां केंद्रीय मंत्रियों की मौजूदगी होगी तो राज्य सरकार ने काशी, मथुरा, गोरखपुर, नैमिष धाम, चत्रिकूट, बिठूर आदि जगहों पर सामूहिक योगाभ्यास के लिए खास तैयारी की है। मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ ने इस वर्ष 3.50 करोड़ लोगों को योग दिवस आयोजन से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। योगी ने गुरुवार को उच्चस्तरीय बैठक कर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों की समीक्षा की।
योग से नरेद्र मोदी ने पूरी दुनिया को किया लाभान्वित
सीएम योगी ने कहा कि योग, भारतीय मनीषा द्वारा विश्व को प्रदान किया गया। वह अमूल्य उपहार है जो शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखता है। हमारे ऋषि-मुनियों के इस प्रसाद से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी दुनिया को लाभान्वित कराया है। इस साल आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम 'मानवता के लिए योग' है। इसे सफल बनाने में हर प्रदेशवासी की भूमिका होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सुनश्चिति कराया जाए कि सभी 58,000 ग्राम पंचायत, 14000 नगरीय वार्ड के लोग कार्यक्रम से जुड़ें। इस प्रकार 3.50 करोड़ लोगों को योग से जोड़ने का लक्ष्य लेकर वृहद कार्यक्रम आयोजित किया जाए। जगह-जगह लाइव टेलीकास्ट की सुविधा भी उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
राज्य के इन शहरों में योगाभ्यास के कार्यक्रम होगे आयोजित
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भारत सरकार द्वारा चयनित प्रदेश में छह स्थलों सारनाथ (वाराणसी), रेजीडेंसी (लखनऊ), अयोध्या, कुशीनगर, फतेहपुर सीकरी (आगरा) और हस्तिनापुर (मेरठ) में वृहद आयोजन की तैयारी करें। यहां केंद्रीय मंत्रियों की उपस्थिति होगी। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा राजभवन (लखनऊ), त्रिवेणी संगम (प्रयागराज), झांसी किला, मथुरा, मां वध्यिंवासिनी धाम परिसर, श्री गोरखनाथ मंदिर परिसर गोरखपुर, नैमिषारण्य (सीतापुर), श्री काशी वश्विनाथ धाम परिसर (वाराणसी), बिठूर (कानपुर), चित्रकूट, श्रावस्ती और अक्षय वट वाटिका (मुजफ्फरनगर) के धार्मिक, ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व के स्थलों पर मुख्य योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन कराया जाए। उन्होंने कहा कि योग दिवस के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम से आमजन स्वतः स्फूर्त भाव से जुड़ें। इसके लिए सामाजिक/धार्मिक संस्थाओं का सहयोग लिया जाना चाहिये।
योगाभ्यास के लिए प्रस्तावित पार्कों की कराई जाए सफाई
सीएम ने निर्देश दिए कि हर जिले में एक मुख्य कार्यक्रम होगा। मंत्री अपने प्रभार वाले मंडल के जनपद में होंगे। कुछ जिलों में केंद्रीय मंत्रीगणों की उपस्थिति होगी। जहां मंत्रीगणों की उपस्थिति नहीं हो सकेगी, वहां नोडल अधिकारी प्रतिभाग करेंगे। स्थानीय जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रमों से जोड़ें। योगाभ्यास के लिए योग प्रशक्षिक भी दिए जाएं। साफ-सफाई की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि ग्राम्य विकास व नगर विकास विभाग द्वारा योगाभ्यास के लिए प्रस्तावित स्थलों पार्कों की साफ-सफाई करा ली जाए। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यकतानुसार कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनश्चिति कराया जाए। एनसीसी कैडेट, स्काउड एंड गाइड और एनएसएस स्वयंसेवकों को योग दिवस से जोड़े जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस बल की सतत पेट्रोलिंग के नर्दिेश दिए, साथ ही, पुलिस लाइन में भी योगाभ्यास कराने को कहा है।
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