प्रतिबंध की जानकारी मिलने के बाद सोनौली सीमा तक आए कई विदेशी नागरिक वापस नेपाल लौट गए हैं। बता दें कि भारत सहित अन्य देशों से लगी सीमा पर स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया है। यहां जांच के बाद ही लोगों को नेपाल में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
लखनऊ (Uttar Pradesh) । कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए भारत सरकार द्वारा विदेशियों के प्रवेश पर रोक लगाने का सिलसिला जारी है। नए दिशा-निर्देश नेपाल बार्डर स्थित सोनौली आव्रजन कार्यालय को भेजा गया है। जिसके अनुसार अब फ्रांस, जर्मनी व स्पेन के नागरिकों को भी नेपाल के रास्ते भारत प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। बता दें कि इसके पहले कोरोना संक्रमण के मद्देनजर चीन, कोरिया, ईरान, जापान व इटली के नागरिकों का भारत प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था। आव्रजन अधिकारी ने बताया कि कोरोना के मद्देनजर अब तक आठ देशों के नागरिकों पर यह प्रतिबंध लग चुका है।
वापस नेपाल लौट गए विदेशी
प्रतिबंध की जानकारी मिलने के बाद सोनौली सीमा तक आए कई विदेशी नागरिक वापस नेपाल लौट गए हैं। बता दें कि भारत सहित अन्य देशों से लगी सीमा पर स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया है। यहां जांच के बाद ही लोगों को नेपाल में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
नेपाल ने 10 देश के नागरिकों पर लगाई रोक
कोरोना वायरस को लेकर पड़ोसी देश नेपाल भी सतर्कता बरत रहा है। नेपाल में मंगलवार से 10 देश के नागरिकों के नए प्रवेश पर रोक लग गई है। अब चीन, हांगकांग, ईरान, इटली, साउथ कोरिया, फ्रांस, जर्मन, स्पेन, सिंगापुर व जापान के नागरिकों को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। प्रतिबंध लगाए जिन देशों के नागरिक नेपाल में हैं उन्हें जाने दिया जाएगा। यह जानकारी बेलहिया चीफ आव्रजन अधिकारी गिरिराज ने पत्रकारों से बातचीत में दी है।
(प्रतीकात्मक फोटो)