मारपीट के आरोप के बाद भारतीय क्रिकेटर प्रवीण कुमार मीडिया के सामने आए। रविवार को उन्होंने कहा, मुझपर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। मैंने बच्चे को धक्का नहीं दिया, बल्कि उसने (7 साल के लड़के ने) मेरी चेन खींचने की कोशिश की थी। मेरी गर्दन और नाक पर भी मारा गया। बच्चे के पिता झूठा आरोप लगा रहे हैं।
मेरठ (Uttar Pradesh). मारपीट के आरोप के बाद भारतीय क्रिकेटर प्रवीण कुमार मीडिया के सामने आए। रविवार को उन्होंने कहा, मुझपर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। मैंने बच्चे को धक्का नहीं दिया, बल्कि उसने (7 साल के लड़के ने) मेरी चेन खींचने की कोशिश की थी। मेरी गर्दन और नाक पर भी मारा गया। बच्चे के पिता झूठा आरोप लगा रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
यूपी के मेरठ के रहने वाले भारतीय टीम के तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार के पड़ोसी दीपक शर्मा का आरोप है कि वो अपने बच्चे को स्कूल बस से लेने गए थे, इसी बीच प्रवीण कुमार की गाड़ी भी वहां पहुंच गई। जाम लगने से प्रवीण नाराज हो गए। उन्होंने बस वाले और उनके साथ गाली-गलौज की। पीड़ित का आरोप है कि हद तो तब हो गई, जब प्रवीण ने उनके बच्चे तक को धक्का दे दिया और मारपीट पर उतारू हो गए। दीपक शर्मा के पिता ने जब इसका विरोध किया, तो प्रवीण ने उनके साथ भी मारपीट की।
नशे में थे प्रवीण कुमार
शिकायतकर्ता दीपक का आरोप है कि प्रवीण कुमार ने जब मारपीट की, उस समय वो नशे में थे। वहीं, पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों में विवाद का मामला सामने आया था। दोनों को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस मारपीट में प्रवीण कुमार के भी मुंह पर थोड़ी चोट आई है। जिसके बाद मेरठ के जिला अस्पताल में प्रवीण कुमार का इलाज कराया गया। प्रवीण कुमार के खून का सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है. यह जांच के बाद ही पता चलेगा कि मारपीट के दौरान प्रवीण कुमार ने शराब पी रखी थी या नहीं।
पुलिस ने नहीं दर्ज की शिकायत
इस पूरे घटनाक्रम के बाद दीपक शर्मा प्रवीण के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने मामला नहीं दर्ज किया। शिकायतकर्ता का आरोप है कि जब वो थाने में शिकायत दर्ज कराने गए, तो उनसे कहा गया कि पहले ऊपर से फोन कराओ, क्योंकि प्रवीण कुमार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं।