Inside Story: कानपुर के सिर पर सजेगा विधानसभा अध्यक्ष का ताज, सतीश महाना का कुछ ऐसा है राजनीतिक सफर

कानपुर वासियों के लिए खुश खबरी है, शहर के सिर पर विधानसभा अध्यक्ष का ताज सजने जा रहा है। सतीश महाना को कानपुर की शान माना जाता है। योगी सरकार 2.0 में सतीश महाना का विधानसभा अध्यक्ष लगभग बनना तय है। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में उन्होने 8 वीं जीत दर्ज की थी। सतीश महाना को मंत्रिमंडल में जगह तो नहीं मिली, लेकिन बीजेपी उन्हे विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कराया है।

Asianet News Hindi | Published : Mar 28, 2022 1:00 PM IST

सुमित शर्मा 
कानपुर:
यूपी विधानसभा में बीजेपी और एसपी विधायकों ने शपथ लिया है। कानपुर वासियों के लिए खुश खबरी है, शहर के सिर पर विधानसभा अध्यक्ष का ताज सजने जा रहा है। सतीश महाना को कानपुर की शान माना जाता है। योगी सरकार 2.0 में सतीश महाना का विधानसभा अध्यक्ष लगभग बनना तय है। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में उन्होने 8 वीं जीत दर्ज की थी। सतीश महाना को मंत्रिमंडल में जगह तो नहीं मिली, लेकिन बीजेपी उन्हे विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कराया है।

8 बार विधायक रहे सतीश महाना
कानपुर के रहने वाले सतीश महाना लगातार 32 वर्षों से विधायक हैं। उन्होने कभी हार का मुंह नहीं देखा है। सतीश महाना लगातार 8 बार विधायक बन कर बीते तीन दशकों से विधायक हैं। शहरवासी कयास लगाकर बैठे थे कि सतीश महाना लोकसभा 2024 के चुनाव में कानपुर से सांसदी का चुनाव लड़ेंगे। लेकिन बीजेपी ने विधानसभा अध्यक्ष के नॉमिनेट कर इस पर विराम लगा दिया है। वहीं सतीश महाना का भी कहना है कि पार्टी का सिपाही हूं, संगठन जो भी जिम्मेदारी देगा। उसे पूरी इमानदारी के साथ निभाउंगा।

बच्चों और बुजुर्गों से रहा खास लगाव
सतीश महाना का सौम्य स्वाभाव उनकी छवि को निखारने का काम करती है। उनकी पैठ बच्चों, बुजुर्गों और युवाओं की बीच है। हर उम्र के वोटर उन्हे पसंद करते हैं। विधानसभा चुनाव से पहले भी उनके कई वीडियो वायरल हुए थे। जिसमें कभी वो बच्चों के साथ गोटियां खेलते हुए नजर आते थे। कभी अपने कार्यकर्ताओं के लिए चाय बनाते हुए आए थे। सतीश महाना के दरबार से कोई भी फरियादी खाली हाथ नहीं जाता है।

सतीश महाना का कुछ ऐसा राजनीतिक सफर
सतीश महाना पहली बार 1991 में विधायक बने थे। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। सतीश लगातार पांच बार कैंट विधानसभा सीट से विधायक रहे। जबकि कैंट विधानसभा सीट मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र था। विधानसभा चुनाव 2012 से पहले परिसीम में महाराजपुर विधानसभा सीट अस्तित्व में आई। इसके बाद से सतीश महाना लगातार तीन बार महाराजपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं।

8 वीं बार खिलाया कमल
यूपी विधानसभा चुनाव में 2022 में सतीश महाना की फाइट एसपी प्रत्याशी फतेहबहादु गिल से थी। सतीश महाना ने एसपी के फतेहबहादुर गिल को 81,777 वोटों से हराया था। बीजेपी के सतीश महाना को 1,51,852 और एसपी के फतेहबहादुर गिल को 70,075 वोट हासिल किए थे। सतीश महाना का विजय रथ आगे बढ़ता जा रहा है।

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