दो बेटियां और दो नातीनी कमरे में सो रही थीं। प्लान के तहत पिता ने कपड़ों को एकत्रित कर उनमें पेट्रोल डालकर आग लगा दिया। इसके साथ ही कमरे को बाहर से बंद कर दिया। इसके बाद यूपी 112 पर कॉल कर घटना की जानकारी दी।
गाजियाबाद (Uttar Pradesh) । बेटियों को न उनके ससुराल के लोग लेने आ रहे थे और न ही वे अपने पति के घर जाना चाह रही थी। वहीं, पिता को लगने लगा कि उसकी दोनों बेटियां गलत संगत में पड़कर बदनामी करा रही हैं। जिसके कारण वह तनाव में था। ऐसे में ईद के पहले उसने अपनी दो बेटियों और दो नातिनियों को खत्म करने का खौफनाक प्लान तैयार किया। चारों को घर में बंदकर आग लगा दिया। आग की लपटें तेज होने लगी तो उसे अपने गलती का अहसास हुआ, जिसके बाद उसने यूपी 112 पर फोन कर अग्निकांड की सूचना दी और मदद मांगी। पुलिस सभी को जब तक बचाती तब तक इस अग्निकांड में दो बच्चों समेत चार लोग झुलस गए। जिन्हें दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती करवाया। साथ ही पुलिस ने आरोपी पिता को हिरासत में ली तो उसने रोते हुए अपने गुनाहों की कहानी सुनाई।
यह है पूरा मामला
चिरोड़ी निवासी सलीम पत्नी फरीदा, बेटे रफीक और बेटी रोशनी, सहिरा, ताहिरा और उसकी दो बेटियां आलिया, अक्शा के साथ रहता है। वह फल बेचकर परिवार का गुजारा करता है। आज सुबह उसकी बेटियां सहिरा (28) ताहिरा (25) और उसकी दो बेटियां आलिया (8) व अक्शा (5) कमरे में से रही थीं। घर के अन्य सदस्य बाहर गए थे। सलीम ने कपड़ों को एकत्रित कर उनमें पेट्रोल डालकर आग लगा दिया। इसके साथ ही कमरे को बाहर से बंद कर दिया। इसके बाद यूपी 112 पर कॉल कर घटना की जानकारी दी।
पुलिस के सामने सुनाई ये कहानी
पहुंची पुलिस ने कमरे की कुंडी खोलकर आग पर काबू पाया। सलीम का कहना था कि दोनों बेटियों साहिरा व ताहिरा की शादी अलीगढ़ में हो चुकी है। लेकिन, न उन्हें उनके ससुराल वाले लेकर जा रहे हैं न वे खुद जाना चाहती हैं। दोनों बेटियां गलत संगत में पड़कर बदनामी करा रही हैं। जिसके कारण वह तनाव में था।
पुलिस ने कही ये बातें
एसपी देहात नीरज कुमार जादौन ने कहा है कि सलीम ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि वह अपनी दोनों पुत्रियों से बेहद परेशान था। उसी के द्वारा घर में आग लगाई गई। फिलहाल सलीम से गहन पूछताछ की जा रही है। पूरे मामले की जांच करते हुए जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।