यूपी के बहराइच जिले में दो विधवाओं ने डीएम के सामने पेश होकर खुद के जीवित होने का प्रमाण दिया और कहा कि उन्हें एक साल से पेंशन नहीं दी जा रही है। इस पर डीएम ने रिपोर्ट तलब की है। दरअसल ब्लॉक कर्मियों ने अभिलेखों में मृतक दर्ज कर दिया।
बहराइच: उत्तर प्रदेश के जिले बहराइच में दो विधवा महिलाएं डीएम के सामने पेश होकर खुद को जीवित होने का प्रमाण दिया। इसके साथ ही उन्होंने डीएम को बताया कि एक साल से पेंशन नहीं दी जा रही है। दरअसल प्रोबेशन विभाग से विधवा पेंशन पा रही दो महिलाओं को सत्यापन करने के दौरान ब्लॉक कर्मचारियों ने अभिलेखों में मृतक दर्ज कर दिया। एक साल से पेंशन न मिलने से परेशान दोनों महिलाएं गुरुवार को डीएम के सामने पहुंचकर बात बताई। उसके बाद डीएम ने विभागीय अधिकारी से पूरे मामले की जांच कर 20 घंटे में रिपोर्ट तलब की है।
एक साल से नहीं मिल रही विधवा पेंशन
यह कोई पहला मामला नहीं है कि ब्लॉक से होने वाले सत्यापन के कामों में जमकर खेल खेला जाता है। घर बैठकर सारी योजनाओं के लाभार्थियों का सत्यापन ब्लॉक कर्मी कर देते हैं। इसका नमूना एक बार फिर जिले के कलेक्ट्रेट में देखने को मिला। जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र के सामने शिवपुर ब्लॉक के पिपरीमाफी गांव की रहने वाली विधवा महिला सुखराजी व सुदामा पहुंची थीं। दोनों प्रार्थनापत्र दिया कि उनके पति की मौत अर्सा पूर्व हो गई थी। तभी से विधवा पेंशन मिल रही थी। लेकिन करीब एक साल से विधवा पेंशन नहीं आई है।
महिलाओं ने डीएम को बताई पूरी कहानी
एक साल से परेशान महिलाओं ने डीएम से मदद की गुहार लगाई है। पेंशन न आने की वजह से महिलाओं ने जिला प्रोबेशन कार्यालय में संपर्क किया तो पता चला कि सत्यापन के दौरान उन सभी को अभिलेखों में मृतक के रूप में दर्ज कर दिया गया। इससे पेंशन रोक दी गई है। दोनों का मामला सुनकर डीएम भड़क उठे। डीएम ने जिला प्रोबेशन अधिकारी विनय सिंह को तलब किया और कहा कि मामला अति गंभीर है। इसकी गहनता से जांच कराते हुए 24 घंटे में पूरी आख्या उपलब्ध कराएं। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि जिन कर्मचारियों को इस सूची के सत्यापन में लगाया गया था। उनकी भी जिम्मेदारी जल्द से जल्द निर्धारित की जाए। जिसके बाद बीडीओ अधिकारी से पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है।
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