अयोध्या में दीपोत्सव का साल दर साल भव्य स्वरूप लेता जा रहा है। इस बार अयोध्या में पिछले दीपोत्सव की अपेक्षा पांच नई चीजें होने जा रही हैं।
अयोध्या (Uttar Pradesh ). इस बार अयोध्या दीपोत्सव में ये पांच चीजें नई होने जा रही हैं। अयोध्या में दीपोत्सव का साल दर साल भव्य स्वरूप लेता जा रहा है। इस बार अयोध्या में पिछले दीपोत्सव की अपेक्षा पांच नई चीजें होने जा रही हैं। अयोध्या में दीपोत्सव देखने के लिए विश्व के कई देशों से लोग आए हुए हैं। इस बार लगभग 5 लाख दीयों से पूरे अयोध्या को रोशन करने का प्लान तैयार किया गया है। जाने क्या होगा अयोध्या में नया
दीयों से बनेगा रामदरबार
इस बार कौशल्याघाट पर दीयों से रामदरबार बनाया गया है। इसके लिए अवध विश्वविद्यालय के दृश्यकला विभाग ने तैयारियां पूरे कर रखी हैं। रामदरबार में रामलला के आलावा लक्षमण,सीता व हनुमान की प्रतिमाएं होंगी। इन प्रतिमाओं को दीयों से बनाया गया है। विश्विद्यालय के दृश्यकला विभाग के लोगों का कहना है कि दीयों को प्रज्ज्वलित करने के बाद इसमें 3डी दृश्य आएगा।
दीयों से बनाया गया है क्रिसमस ट्री
इस बार दीयों का एक क्रिसमस ट्री बनाया गया है। नीचे से अवरोही क्रम में लगाए गए दीये इसकी सुंदरता को चारचांद लगाएंगे। यह तैयारी भी विश्वविद्यालय द्वारा ही कई गयी है। इसको बनाने में पिछले 15 दिन से विश्विद्यालय के दृश्यकला विभाग के लोग लगे हुए हैं। 26 अक्टूबर की शाम को ही इसे भी रोशन किया जाएगा।
हर गली में चल रही रामलीला
अयोध्या में इस बार विदेशी कलाकारों की कई टोलियां आई हैं। वह अयोध्या के विभिन्न स्थानों पर रामलीला का मंचन करेंगी। इसके आलावा क्षेत्रीय कलाकारों की टोलियां भी इस बार रामलीला का मंचन करने के लिए तैयार है। ये कलाकार अयोध्या के लगभग सभी गलियों में रामलीला का मंचन करेंगे। कई स्थानों पर रामलीला का मंचन पिछले दो दिन से चल भी रहा है।
हर घाट पर लगाई गयी है मूर्तियां
इस बार घाटों की सुंदरता बढ़ाने के लिए हर घाट पर रामायण से जुड़े पात्रों की मूर्तियाँ लगाई गयी हैं। जिसमे भगवान राम , लक्षमण ,सीता ,हनुमान ,राजा दशरथ ,शत्रुधन ,भरत आदि की मूर्तियां हैं। इन मूर्तियों को भी दीयों से रोशन किया जाएगा। इन मूर्तियों को लगाने का मकसद विदेशों से आ रहे पर्यटकों को रामायण के पात्रों के विषय में जानकारी देना है।
सभी घाटों का हुआ है सौंदर्यीकरण
इस बार सरकार द्वारा राम की पैड़ी पर सभी घाटों को तोड़कर उनका सौंदर्यीकरण कराया गया है। इसके पूर्व घाटों पर बनी सीढ़ियों पर दीप प्रज्ज्वलित कर उन्हें सजाया जाता था। लेकिन इस बार उन सीढ़ियों को तोड़कर उनकी चौड़ाई बढ़ा दी गई है। इसे एक तरीके से प्लेटफॉर्म की तरह तैयार किया गया है। माना जा रहा है की जब इन पर दीयों को सजाया जाएगा तो उनकी सुंदरता में चाकर चाँद लग जाएगा।