बिल न चुकाने पर डॉक्टर ने नवजात को रख लिया गिरवी, मां ने लगाया शॉकिंग आरोप

यूपी के बागपत में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने धरती का भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर पर महज कुछ रूपयों का बिल न चुका पाने के एवज में उसका बच्चा गिरवी रखने का आरोप लगाया है। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 6, 2020 8:08 AM IST

बागपत(Uttar Pradesh ). यूपी के बागपत में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने धरती का भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर पर महज कुछ रूपयों का बिल न चुका पाने के एवज में उसका बच्चा गिरवी रखने का आरोप लगाया है। महिला ने कहा कि पैसे न चुका पाने के कारण एक साल से उसका बच्चा डॉक्टर के पास गिरवी था, लेकिन अब जब आपसे का इंतजाम हो गया है तो डॉक्टर उसे बच्चा देने से इंकार कर रहे हैं। 

जानकारी के अनुसार मामला बड़ौत शहर स्थित उषा नर्सिंग होम का है, जहां सितंबर 2018 में बिजरौल गांव की रहने वाली शिखा नाम की एक महिला की डिलीवरी हुई थी। उसने लड़के को जन्म दिया था। शिखा का आरोप है कि नर्सिंग होम में उसे डिस्चार्ज के समय 40 हजार का बिल थमाया गया। उसका कहना है कि वह लोग बेहद गरीब हैं और जिसकी वजह से उन्होंने इतने रुपये देने में असमर्थता जताई। पीड़िता के मुताबिक डॉक्टर ने उनके सामने शर्त रखी कि वो धीरे-धीरे उनका पैसा चुका दें और बच्चा ले जाएं। जब तक पैसा नहीं मिलेगा बच्चा उनके पास रहेगा। 

सादे पेपर पर डॉक्टर ने लगवाया अंगूठा 
शिखा का आरोप है कि डॉक्टर ने एक सादे कागज पर उनके अंगूठे लगवा लिए। महिला का कहना है कि धीरे -धीरे उन्होंने 30 हजार रुपये चुका दिए थे और बचे हुए 10 हजार रुपये लेकर बच्चा लेने पहुंची तो डॉक्टर ने उन्हें बच्चा देने से इनकार कर दिया। आरोप है कि डॉक्टर ने उन्हें डांट कर भगा दिया। शिखा के मुताबिक उसे शक है कि डॉक्टर ने उनका बच्चा बेच दिया है। 

डॉक्टर ने किया आरोपों को खारिज 
इस बाबत जब आरोपित डॉक्टर से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने पहले कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।लेकिन बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद डॉक्टर ने बताया कि इस महिला ने अपने बच्चे को मुफ्फरनगर में किसी के हांथ खुद से बच्चे को बेंचा है। इस प्रकरण में उनका कोई लेना देना नहीं है। सारे आरोप निराधार हैं। 

पुलिस कर रही मामले की जांच 
मामले में एएसपी अनिल कुमार ने बताया कि महिला ने डॉक्टर के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई है। मामले की जांच की जा रही है डॉक्टर से भी पूंछताछ की जा रही है। अगर बच्चा बेंचने की बात सही होती है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन प्रारम्भिक जांच में मामला संदिग्ध लग रहा है। 

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