उत्तर प्रदेश में कल यानी 17 जून को जुमे की नमाज को लेकर पहले से ही राज्य के कई शहरों में ड्रोन से निगरानी की जा रही है। साथ ही भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। बीते शुक्रवार को प्रदेश के नौ जिलों में भड़की हिंसा के बाद से एक बार फिर प्रशासन ने कमर कस ली है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बीते शुक्रवार को भड़की हिंसा के बाद आगमी शुक्रवार यानी 17 जून को होने वाली जुमे की नमाज को सकुशल संपन्न कराने के लिए एक बार फिर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। राज्य के कई शहरों में पुलिस हाई अलर्ट मोड पर है। कानपुर, प्रयागराज, सहारनपुर, लखनऊ समेत अन्य संवेदनशील जिलों में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा प्रदेश के सभी संवेदनशील जिलों में ड्रोन से निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही भारी संख्या में पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती भी की गई है।
अफसरों को फुट पेट्रोलिंग करने को मिले निर्देश
इतना ही नहीं अधिकारियों को फुट पेट्रोलिंग के साथ ही सोशल मीडिया पर निगरानी के निर्देश भी दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने बताया कि 17 जून को नमाज सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रदेश में सतर्कता बढ़ाई गई है। राज्य के सभी संवेदनशील जिलों के लिए 10 कंपनी आरएएफ/सीएपीएफ और 130 कंपनी पीएसी दी गई है। इसके अलावा सभी पुलिस अफसरों को सतर्क रहकर फुट पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही अगर सोशल मीडिया की निगरानी और भड़काऊ पोस्ट पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
धर्मगुरुओं से संवाद कर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो नमाज
प्रदेश के जितने भी संवेदनशील इलाके है, वहां पर ड्रोन से निगरानी के साथ ही धर्मगुरुओं से संवाद कर जुमे की नमाज को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना को कहा गया है। बता दें कि कानपुर, लखनऊ और उन्नाव में पुलिस ने फ्लैग मार्च कर कानून व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है। गौरतलब है कि तीन जून को कानपुर में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के बाद जमकर बवाल हुआ था। उसके बाद 10 जून को राज्य के नौ जिलों में प्रदर्शन और हिंसा देखने को मिली थी। इसलिए प्रशासन ने 17 जून के लिए एक बार फिर कमर कस ली है ताकि इस दिन जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके।
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