बिजनौरः पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, अब तक 5 मजदूरों की मौत, मालिक ने बाहर से बंद कर दिया था दरवाजा

Published : Apr 08, 2021, 03:23 PM ISTUpdated : Apr 08, 2021, 03:28 PM IST
बिजनौरः पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, अब तक 5 मजदूरों की मौत, मालिक ने बाहर से बंद कर दिया था दरवाजा

सार

यूसुफ को लाइसेंसधारी पटाखा विक्रेता बताया गया है। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे यूसुफ को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया। चारों घायलों को बिजनौर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

बिजनौर (Uttar Pradesh) । पटाखा फैक्ट्री में गुरुवार को अचानक विस्फोट हो गया। इस हादसे में अब तक पांच मजदूरों के मौत की खबर है, जबकि चार की हालत गंभीर बनी है। बताया जा रहा है कि जिस घर में विस्फोटक सामग्री बनाई जा रही थी, उसका ताला बाहर से बंद था। फिलहाल पुलिस ने फैक्ट्री मालिक को हिरासत में लेकर जांच में जुटी हुई है। यह घटना बक्शीवाला क्षेत्र में आबादी में बुखारा में गुरुवार की है।

यह है पूरा मामला
बख्शीवाला क्षेत्र के बुखारा गांव निवासी यूसुफ ने एक मकान ले रखा है। यहां पर अवैध तरीके से घर में पटाखा निर्माण का काम चल रहा था। बताते हैं कि इस मकान में यूसुफ नौ मजदूरों से पटाखे तैयार करा रहा था। इस दौरान यूसुफ ने मकान के बाहर से ताला लगा रखा था। 

मकान में 9 मजदूर कर रहे थे काम
मकान मे कुल नौ मजदूर काम कर रहे थे। यहां पर दोपहर में अचानक बारूद में आग लग गई, जिससे जबरदस्त विस्फोट हुआ। इस विस्फोट में मकान का एक हिस्सा तो धराशाई हो गया और पांच मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, गंभीर रूप से घायल चार लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

चार मजदूरों की हालत नाजुक
यूसुफ को लाइसेंसधारी पटाखा विक्रेता बताया गया है। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे यूसुफ को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया। चारों घायलों को बिजनौर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

5 तस्वीरों में देखिए कितना भयानक था मथुरा हादसा: खरोंच-खरोंच कर पॉलिथीन में भरे शवों के टुकड़े
आगरा ऑनर किलिंग: जिन हाथों ने बेटी को चलना सिखाया, उन्हीं हाथों ने उसकी सांसें छीन लीं