फतेहपुर: राजस्वकर्मी ने किसान की भूमि को तालाब बताकर करा दी खुदाई, आहत होकर पीड़ित ने उठा लिया बड़ा कदम

यूपी के फतेहपुर जिले के हथगाम थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार को एक दलित किसान ने जंगल में पेड़ से फंदा लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। इसकी जानकारी को मृतक किसान के परिजनों ने पुलिस को दी। परिजनों ने बताया कि जिस भूमि पर कई सालों से खेती करके पेट पाल रहा था, राजस्वकर्मियों ने उसे ही तालाब बताकर खुदाई कर दी।

Asianet News Hindi | Published : Jul 8, 2022 4:21 AM IST

फतेहपुर: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सत्ता में दोबारा वापसी में आने के बाद राज्य के किसानों के लिए नई-नई स्कीमें लाकर उन्हें लाभ पहुंचाने में जुटी हुई है तो वहीं दूसरी ओर विभागीय अफसरों की ओर से लापरवाही के चलते किसानों की समस्याएं दिन प्रतिदिन बढ़ती चली जा रही है। ऐसा ही मामला राज्य के फतेहपुर जिल से सामने आया है। जहां एक किसान ने जंगल में पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक किसान के परिजनों ने आरोप लगाया है कि बीते कई दिनों से वह परेशान चल रहा था। इसकी वजह राजस्वकर्मी है क्योंकि सालों से जिस भूमि पर खेती करके परिवार का पेट पाल रहा था। उस जमीन को तालाब बताकर खुदाई कर दी। 

कई सालों से किसान भूमि पर करता था खेती  
जानकारी के अनुसार जिले के हथगाम थाना क्षेत्र का मामला है। गुरुवार को एक दलित किसान ने पेड़ में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इसकी जानकारी पुलिस ने दी।  हथगाम थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अश्वनी सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के कसेरुवा गांव निवासी किसान छेद्दू (63) द्वारा आत्महत्या करने की जानकारी उसके परिजनों ने दी। उन्होंने बताया कि बाद में परिजनों ने आरोप लगाया कि मृतक बीते कई सालों से जिस भूमि पर खेती करके परिवार का पेट पाल रहा था, उसे राजस्व कर्मियों ने तालाब (जलमग्न) बताकर खुदाई करा दी, जिससे वह परेशान हो गया। इसी के चलते उसने फांसी लगा कर जान दे दी। एसएचओ ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। मामले की जांच की जा रही है।

Latest Videos

झांसी में भी किसान ने किया था सुसाइड
बता दें कि बीते दिन झांसी में भी एक किसान ने खेत में पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली थी। उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। उसने अपनी मौत के लिए तहसील के लेखपाल और कानूनगो को जिम्मेदार ठहराया है। पेड़ से किसान का शव लटकता देख अन्य किसानों ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी। इसके साथ भी खेत की जमीन को लेकर ही अफसर गलत कार्रवाई कर रहे थे। जिसके चलते उसको दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे थे। मृतक किसान ने अपनी मौत के लिए तहसील के लेखपाल और कानूनगो को जिम्मेदार ठहराया था। वहीं किसान के बेटे ने बताया था कि दोनों अधिकारियों की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर और जिलाधिकारी से की गई। इस प्रकार की और भी घटनाएं हुई है, जहां किसान को आत्महत्या के लिए मजबूरी में कदम उठाना पड़ा।

बागपत में हमलावरों ने बच्चे को भेजकर युवक को बुलाया, फिर गला रेतकर की हत्या, परिजनों में मचा कोहराम

राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू आज आएंगी लखनऊ, BJP व गैर भाजपाई दलों से करेंगी समर्थन की अपील

एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू 8 जुलाई को आएंगी लखनऊ, गैर भाजपाई दलों से भी होगी समर्थन की अपील

बिजनौर कोर्ट में तैनात स्टेनोग्राफर की अपहरण कर जबरन शादी कराने की कोशिश, जानिए पूरा मामला

Share this article
click me!

Latest Videos

घूंघट में महिला सरपंच ने अंग्रेजी में दिया जोरदार भाषण, IAS Tina Dabi ने बजाई तालियां
कोलकाता केसः डॉक्टरों के आंदोलन पर ये क्या बोल गए ममता बनर्जी के मंत्री
PM Modi LIVE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में जनसभा को संबोधित किया
Bulldozer Action पर Asaduddin Owaisi ने BJP को जमकर धोया
कौन सी चीज को देखते ही PM Modi ने खरीद डाली। PM Vishwakarma