नाले में गिरने से पिता की मौत, लॉकडाउन के कारण मुंबई से नहीं आ पाया बेटा, वीडियो कॉलिंग से किया अंतिम दर्शन

सीए मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। लेकिन, घर नहीं आए तो परिवार के लोग परेशान हो गए। इसी दौरान शव को सड़क किनारे बने नाले में पाया। पुलिस ने शव को नाले से बाहर निकलवाया। मौके पर पहुंचे परिजन शव की शिनाख्त की, जिसके बाद पोस्टमार्टम कराकर वो शव को अपने घर ले गए।

Ankur Shukla | Published : Apr 18, 2020 4:29 AM IST

कानपुर (Uttar Pradesh)। लॉक डाउन में लोगों को तमाम प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ताजा मामला काकादेव थाना क्षेत्र के गीतानगर से सामने आया है। जहां एक सीए (चार्टर्ड एकाउंटेंट) की नाले में गिरने से मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। लेकिन, मृतक का बड़ा बेटा लॉक डाउन के कारण घर नहीं आ पाया। हालांकि परिवार के लोगों ने पिता के अंतिम दर्शन वीडियो कॉलिंग से कराया।  

यह है पूरा मामला
रानीगंज निवासी अनुराग जैन (50) चार्टर्ड एकाउंटेंट थे। वो एक दिन पहले मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। लेकिन घर नहीं आए तो परिवार के लोग परेशान हो गए। इसी दौरान शव को सड़क किनारे बने नाले में पाया। पुलिस ने शव को नाले से बाहर निकलवाया। मौके पर पहुंचे परिजन शव की शिनाख्त की, जिसके बाद पोस्टमार्टम कराकर वो शव को अपने घर ले गए।

इंजीनियरिंग करता है बेटा
परिवार में पत्नी ममता के अलावा दो बेटे भव्य और शौर्य हैं। भव्य मुंबई में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है, जबकि शौर्य इंटरमीडिएट का छात्र है। परिजनों ने बताया कि लॉकडाउन के चलते बड़ा बेटा भव्य मुंबई में फंसा हुआ है। परिजनों और रिश्तेदारों की सहमति के बाद वीडियो कॉलिंग के जरिए बड़े बेटे को पिता के अंतिम दर्शन कराए गए। इसके बाद छोटे बेटे शौर्य ने मुखग्नि दी। अनुराग जैन का पारीख एंड जैन के नाम से फर्म है, जिसकी ऑफिस तिलकनगर में है। 

छोटे बेटे ने सुनाई ये कहानी
शौर्य ने कहा कि पिता जी को मिर्गी का दौरा आता था। सुबह गीता नगर में टहलते वक्त मिर्गी का दौरा पड़ने से वह सड़क किनारे बने नाले में जा गिरे। बाद में पुलिस की मदद से उन्हें हैलट लाया गया। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। थाना प्रभारी कौशल किशोर दीक्षित ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है।


 

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