ब्रह्मलीन संत शोभन सरकार की अंतिम यात्रा में जुटे तकरीबन 4200 लोगों के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज किया है । पुलिस ने अंतिम संस्कार के दौरान लॉकडाउन का उल्लंघन करके जुटी हजारों की भीड़ के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
कानपुर(Uttar Pradesh). ब्रह्मलीन संत शोभन सरकार की अंतिम यात्रा में जुटे तकरीबन 4200 लोगों के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज किया है । पुलिस ने अंतिम संस्कार के दौरान लॉकडाउन का उल्लंघन करके जुटी हजारों की भीड़ के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। इसे लेकर तीन एफआइआर चौबेपुर थाने में दर्ज की गईं है, जिसमें 4100 अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया गया है। जबकि एक मुकदमा कानपुर देहात के शिवली थाने में दर्ज हुआ है। इसमें 100 अज्ञात भक्तों को आरोपित बनाया गया है।
बता दें चर्चित संत शोभन सरकार बुधवार की सुबह ब्रह्मलीन हो गए थे। इसकी सूचना मिलते ही उनके आश्रम में भक्तों की भारी भीड़ जमा हो गई। चौबेपुर के सुनौढ़ा घाट तक गई अंतिम यात्रा में भी हजारों लोग शामिल हुए। इस दौरान शारीरिक दूरी के नियमों का पालन लोगों ने नहीं किया। कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा तय की गई सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। अब इस मामले में पुलिस ने अंतिम यात्रा में शामिल लोगों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
4 हजार से अधिक भक्त हुए थे अंतिम यात्रा में शामिल
कानपुर देहात और कानपुर नगर जिला प्रशासन और पुलिस को इस बात का पता तो था कि संत शोभन सरकार के हजारों भक्त हैं। उनकी मौत की खबर पर उनके हजारों भक्तों की भीड़ जुटेगी, लेकिन किसी ने उसे रोकने का प्रयास नहीं किया। अंतिम संस्कार में जुटी भीड़ के खिलाफ उच्चाधिकारियों के निर्देश मिलने पर पुलिस ने गुरुवार को लॉकडाउन के उल्लंघन का मुकदमा जरूर दर्ज कर लिया। थाना प्रभारी चौबपुर विनय तिवारी ने सुनौढ़ा घाट पर जुटे दो हजार भक्तों के खिलाफ लॉकडाउन उल्लंघन का मुकदमा दर्ज कराया। उप निरीक्षक अंजली तिवारी ने बंदी माता तिराहे पर जुटे 1200 भक्तों और उप निरीक्षक देवेंद्र ने बेला रोड क्रासिंग पर 900 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
उन्नाव में 1000 टन सोने की भविष्यवाणी कर आए थे चर्चा में
'शोभन सरकार' के नाम से मशहूर उन्नाव के स्वामी विरक्त आनंद महाराज को एक सपना आया। उन्होंने सपने में देखा कि संग्रामपुर ग्राम सभा के एक टोले डौंडिया खेड़ा में राजा राव रामबक्श सिंह का जो किला बना है, उसके नीचे 1000 टन सोना गड़ा है। बाबा ने दुनिया को यह बात बताई तो सनसनी फैल गई। देश-दुनिया की नजरें यहां पर टिक गईं। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की टीम यहां आई। 18 फुट तक खुदाई की गई, लेकिन कुछ हाथ न लगा।
लोगों ने किया लॉकडाउन का उल्लंघन
मामले में कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि स्वामीजी की मृत्यु का समाचार तेजी के साथ फैला। जब तक पुलिस तक सूचना पहुंचती, बड़ी संख्या में लोग उनके आश्रम पहुंच चुके थे। अगर लॉकडाउन का समय न होता तो वहां लाखों की भीड़ जुटती। जो लोग एकत्र हुए हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।