45 साल में पहली बार आजम खां का परिवार नहीं लड़ेगा रामपुर का चुनाव, सपा ने इस कैंडिडेट पर जताया भरोसा

उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा सीट पर सपा ने आजम खान के बेहद करीबी असीम रजा को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं भाजपा ने आकाश सक्सेना को मैदान में उतारा है। 45 साल तक इस सीट पर आजम खान के परिवार का ही दबदबा रहा है। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 17, 2022 4:07 AM IST / Updated: Nov 17 2022, 10:04 AM IST

रामपुर: समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के रामपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए आजम खान के बेहद करीबी असीम रजा को अपना उम्मीदवार बनाया है। बता दें कि वर्ष 1977 के बाद यह पहली बार है, जब सपा के दिग्गज नेता आजम खान या उनके परिवार का कोई सदस्य विधानसभा सीट के लिए चुनावी मैदान में नहीं उतरा है। हेट स्पीच मामले में दोषी करार होने के बाद आजम खान की विधायकी भी चली गई थी। जिस कारण रामपुर की सीट खाली हो गई है। अब इस सीट पर 5 दिसंबर को मतदान होगा। 45 साल तक इस सीट पर आजम खान के परिवार का ही दबदबा रहा है। 

विधायकी जाने से खाली हुई सीट
सपा ने आजम खां की पत्नी या उनकी बहू को टिकट नहीं दिया है। 1977 के बाद से आजम खां य़ा उनके परिवार का ही कोई अन्य सदस्य इस सीट पर चुनाव लड़ता आ रहा है। बता दें कि 1977 से 2022 तक आजम खां ने 12 विधानसभा चुनाव लड़े हैं। जिसमें से वह 10 बार चुनाव जीते हैं और सिर्फ दो बार हारे हैं। वहीं वर्ष 2019 में आजम खां के सांसद बनने के बाद उनकी पत्नी ने चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। हालांकि अब आजम खां के करीबी असीम रजा इस उपचुनाव में अपनी किस्मत आजमाएंगे। सत्तर और अस्सी के दशक में इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा कायम था। वहीं 1980 और 1993 में आजम खां लगातार पांच बार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। लेकिन 1996 में कांग्रेस के अफरोज अली खान वह हार गए थे। इसके बाद आजम खां को राज्यसभा भेजा गया। इसके बाद उन्होंने लगातार वर्ष 2002 से 2022 तक पांच बार जीत हासिल की। 

आसिम रजा पर जताया भरोसा
बता दें कि आजम खां और उनके परिवार पर कई कानूनी केस दर्ज हैं। वर्ष 2014 में अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रहते हुए अब्दूल्ला आजम और तंजीन फातिमा पर सरकारी जमीन हड़पने की कथित साजिश का मामला दर्ज किया गया था। इसके अलावा सपा उम्मीदवार को कड़ी टक्कर देने के लिए बीजेपी ने आजम खान के धुर विरोधी आकाश सक्सेना को अपना उम्मीदवार बनाया है। वर्ष 2019 से जितने भी मुकदमे आजमा खां और उनके परिवार पर हुए हैं, वह सब आकाश सक्सेना ने ही कराए हैं। आकाश सक्सेना इस साल की शुरुआत में रामपुर सदर सीट से आजम खां से हार गए थे। वहीं आजम खां ने एक बार फिर आसिम रजा पर भरोसा जताया है। 8 दिसंबर को मतगणना की जाएगी।

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