
लखनऊ (Uttar Pradesh) । बसपा के पूर्व महासचिव और मौजूदा कांग्रेस के नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर को झटका लगा है। फिलहाल, अभी दोनों नेताओं को जेल में ही रहना होगा। क्योंकि, अब उनकी जमानत याचिका पर 22 जनवरी को सुनवाई होगी।
एक दिन पहले किए थे आत्मसर्पण
बता दें कि एक दिन पहले एमपीएमएलए कोर्ट में आत्मसमर्पण करने के साथ ही अंतरिम जमानत की अर्जी दाखिल की थी। लेकिन, कोर्ट ने अंतरिम जमानत की अर्जी खारिज कर जेल भेज दिया। बता दें कि दोनों नेताओं पर बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह के परिवार की महिलाओं पर अपशब्द कहने का आरोप था। साथ ही वे इस मामले में कुर्की के आदेश के बाद मंगलवार को कोर्ट में पेश हुए थे।
यहां से शुरू हुआ था विवाद
साल 2016 में बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह ने बीएसपी प्रमुख मायावती को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। विवाद बढ़ने के बाद दयाशंकर सिंह फरार हो गए थे, जिसके बाद उन्हें बिहार के बक्सर से गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह ने भी मायावती और नसीमुद्दीन सिद्दीक के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
बीजेपी नेता की मां ने दर्ज कराया था केस
बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह की मां तेतरा देवी ने साल 2016 में 22 जुलाई को हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराया था। बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर उनके परिवार के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने का आरोप लगाया था, जिसके बाद तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष नसीमु्द्दीन सिद्दीकी और उस समय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे रामअचल राजभर के नेतृत्व में बीएसपी कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज चौराहे पर प्रदर्शन किया था। बताते हैं कि प्रदर्शन के दौरान दयाशंकर सिंह की बेटी और उनके परिवार के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया था।
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