
मीरजापुर (Uttar Pradesh) । विंध्याचल स्थित मां विंध्यवासिनी दरबार के गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर आज से रोक लगा दी गई है। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए यह निर्णय लिया है। अब आम दर्शनार्थी गर्भगृह में दर्शन पूजन के साथ ही मां विंध्यवासिनी का चरण स्पर्श नहीं कर सकेंगे। बता दें कि लखनऊ में एक डॉक्टर और नोएडा में एक युवक कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। इस मरीजों के मिलने के साथ ही यूपी में कुल 17 मरीजों में कोरोना वायरस पाया जा चुका है। इसमें से आगरा के तीन मरीज ठीक हो चुके हैं और अब कोरोना वायरस से संक्रमित 14 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं।
झांकी दर्शन करेंगे भक्त
आज से भक्तों को झांकी दर्शन ही करना होगा। इसके लिए कोई रोक नहीं लगाई गई है। दूसरी ओर कोरोना अलर्ट की वजह से दूर दराज से आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी काफी कमी नहीं है।
प्रशासन के साथ हुई पंडा समाज की मीटिंग
शासन और प्रशासन भी कोरोना वायरस को लेकर काफी अलर्ट है। इसी कड़ी में आज दोपहर जिला प्रशासन और पंडा समाज की सामूहिक बैठक हुई, जिसमें यह तय किया गया कि गर्भगृह में कोई भी श्रद्धालु प्रवेश नहीं कर सकेगा।
कोरोना से सतर्क योगी सरकार
कोरोना को लेकर योगी सरकार गंभीर है। जनता को भीड़भाड़ से बचने की सलाह देते हुए तय किया है कि इन हालात में गरीब-मजदूरों को भरण-पोषण का खर्च सरकार ही उपलब्ध कराएगी। साथ ही सरकारी कर्मियों को भी सरकार वर्क फ्रॉम होम (घर से काम) की सुविधा देने जा रही है। मुख्य सचिव को इसकी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं।
2 अप्रैल तक बंद किए गए शिक्षण संस्थान
सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेज, शिक्षण संस्थान बंद करते हुए दो अप्रैल तक सभी परीक्षाएं (सीबीएसई और आइसीएसई छोड़कर) भी स्थगित कर दी हैं। इस अवधि में जनता दर्शन, समाधान दिवस, तहसील दिवस और धरना-प्रदर्शन पर भी रोक लगा दी गई है।
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