गोरखपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया। गर्भवती की मौत के बाद गिरफ्तार की गई नर्स ने बताया कि ओटी में महिला को बेहोश किए बिना ही उसका ऑपरेशन किया जा रहा था।
गोरखपुर: भटहट से संचालित सत्यम हॉस्पिटल की कथित नर्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गीता के द्वारा पुलिस को बताया गया कि कथित डॉक्टर रंजीत ऑपरेशन थिएटर में बिना बेहोशी के ही सेनावत का गर्भपात करवा रहे थे। जब सोनावत दर्द से तड़पने लगी तो गीता उसके सिर के पास खड़ी थी और दो अन्य लोगों ने उसका हाथ पकड़ा था। दर्द से तड़पते हुए ही उसकी मौत हो गई। हालांकि मामला बिगड़ता देख रंजीत उसे दूसरे अस्पताल ले गया।
अभी कोर्स ही कर रही थी गीता, पैसों के लिए जाने लगी थी अस्पताल
आरोपी गीता को पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया। वहीं पुलिस इस मामले में एसीएमओ की तहरीर पर केस दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। उसके नाम पर हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन करवाया गया था। सोमवार को गिरफ्तार की गई गीता ने जानकारी दी वह लखनऊ स्थित एक प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज से जेएमएम का कोर्स कर पिता के साथ सब्जी बेचती थी। घर की हालत ठीक न होने के चलते उसे पिता के व्यवसाय में हाथ बटाना पड़ता था। अभी उसका दूसरा साल ही है। सोनावत को पेट का दर्द होने के बाद उसे लेकर अस्पताल जाया गया।
बिना बेहोश किए ही शुरू करवाया गर्भपात
रंजीत खुद डॉक्टर के केबिन में बैठते थे तो उन्होंने ही महिला को भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया। महिला से पता चला कि उसको ब्लीडिंग हो रही है और उसने कहीं से दवा लेकर खाई थी। अगली सुबह चार बजे सोनावत के पेट में जोर का दर्द होने लगा और उसने डॉक्टर को बुलाने को कहा। इसके बाद रंजीत ने उसे ओटी में लेकर आने की सलाह दी। रंजीत ने ऑपरेशन थियेटर में महिला को बिना बेहोश किए ही गर्भपात शुरू कर दिया। जब यह सब हो रहा था तो गीता भी वहां पर थी। हालांकि बीच में डिलीवरी का केस आने पर वह ओटी से बाहर आ गई। वापस आकर देखा तो महिला बोल नहीं रही थी और उससे ट्रॉली लाने को कहा गया। उसके बाद ही वह उसे लादकर अपनी गाड़ी से कही ले गए। गीता ने बताया कि पैसों की जरूरत के चलते ही वह 22 दिसंबर को सत्यम हॉस्पिटल में काम के लिए गई थी। उसे दाई के रूप में रखा गया था। उसे दस लोगों का खाना बनाना होता था और बेड सीट लगानी होती थी। गीता ने बताया कि दूसरे साल की फीस जमा करने का इंतजाम न होने पर उसने बीते वर्ष पनियरा के ज्योतिमा अस्पताल में भी पंद्रह दिन काम किया था लेकिन बाद में वह सील हो गया।
क्या था मामला
3 जनवरी को सत्यम हॉस्पिटल में काजीपुर निवासी रामवदन की गर्भवती पत्नी सोनावत की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में रंजीत निषाद पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया। रंजीत निषाद को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
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