
लखनऊ: गोरखपुर शहर सीट से सीएम योगी आदित्यनाथ की जीत के साथ ही जश्न शुरु हो गया है। सीएम योगी ने यहां सपा प्रत्याशी सुभावती शुक्ला को 102399 मतो से हराया है। ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश विधानसभा (up assembly election) के चुनाव 7 चरणों में संपन्न हुए। गोरखपुर शहर (gorakhpur) में छठवें चरण में 3 मार्च को वोटिंग हुए। भाजपा ने इस बार इस विधानसभा से उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को मैदान में उतारा है। ये पहली बार है जब योगी आदित्यनाथ विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले योगी आदित्यनाथ लगातार पांच बार गोरखपुर लोकसभा सीट से सांसद थे। लेकिन 2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा की धमाकेदार जीत के बाद उन्हें सीएम बनाया गया था।
कितनी संपत्ति है योगी के पास
2022 में दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक योगी आदित्यनाथ की संपत्ति में पिछले चार साल में करीब 59 लाख रुपए की वृद्धि हुई है। एमएलसी चुने जाने के समय उनकी संपत्ति 95.98 लाख रुपए थी जो अब बढ़कर 1.54 करोड़ हो गई है। पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में सांसद रहते हुए योगी की संपत्ति 72.17 लाख रुपए थी।
गोरखपुर शहर सीट पर जातीय गणित
गोरखपुर शहर सीट पर कुल 4 लाख 50 हजार वोटर्स हैं। इनमें सबसे अधिक 95 हजार वोटर्स कायस्थ जाति के हैं। इसके बाद 55 हजार ब्राह्मण, 55 हजार मुस्लिम, 25 हजार क्षत्रिय, 45 हजार वैश्य, 25 हजार निषाद, 25 हजार यादव, 20 हजार दलित और 30 हजार सैनी (माली) जाति के मतदाता हैं।
यहां कब से नहीं हारी बीजेपी
साल 1989 से बीजेपी ने गोरखपुर सदर सीट में जीत दर्ज की थी। उसके बाद से बीजेपी इस सीट से कभी नहीं हारी है। पिछले 33 सालों में हुए कुल 8 विधानसभा चुनावों में 7 बार BJP और 1 बार हिन्दू महासभा जीती है। 2002 में हिंदू महासभा के टिकट पर डॉक्टर राधामोहन दास अग्रवाल जीते थे। अभी यहां से बीजेपी के डॉक्टर राधामोहन दास अग्रवाल विधायक हैं।
कौन-कौन हैं मैदान में
बीजेपी- योगी आदित्यनाथ
समाजवादी पार्टी- सुभावती शुक्ला
बीएसपी- ख्वाजा शमसुद्दीन
कांग्रेस- चेतना पांडेय
भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर आजाद
इस बार मिलेगा नया विधायक
2002 से ही लगातार गोरखपुर शहर सीट पर भाजपा के विधायक डॉ. राधा मोहन अग्रवाल का कब्जा रहा है। साल 2022 चुनाव में सीएम योगी आदित्यनाथ के आने की वजह से विधायक डॉ. राधा मोहन को ये सीट छोड़नी पड़ी। 20 साल बाद इस सीट को नया विधायक मिलेगा।
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