मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद गोरखपुर मंदिर में भी लाउडस्पीकर का मुंह बाहर से अंदर की ओर कर दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है जिससे लाउडस्पीकर की आवाज परिसर के बाहर न जाए। इसी के साथ ध्वनि को भी कम कर दिया गया है।
गोरखपुर: सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद गोरखनाथ मंदिर प्रबंधन की ओर से लाउडस्पीकर की आवाज को धीमा कर दिया गया। इसी के साथ तकरीबन आधा दर्जन ऐसे लाउडस्पीकर जिनका मुंह बाहर की ओर था उन्हें मंदिर परिसर की ओर ही कर दिया गया। इसके चलते अब सुबह और शाम मंदिर परिसर में बजने वाले भजन की गूंज परिसर से बाहर नहीं जाएगी। सभी लाउडस्पीकर मंदिर की चहारदीवारी या फिर गेट पर लगे हुए थे।
सीएम के आदेश का दिख रहा है असर
मुख्यमंत्री ने धार्मिक स्थल पर लाउडस्पीकर को लेकर जो निर्णय दिया है उसके बाद कई जगह उसका असर देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री की ओर से उसी दिन मंदिर प्रबंधन को निर्देश दिए गए थे कि धार्मिक स्थलों में बजने वाले भजनों की आवाज को ध्वनि प्रदूषण के मानक के अनुरूप ही निर्धारित करें जिससे किसी को भी अनावश्यक परेशानी न हो।
अंदर की ओर किए गए लाउडस्पीकर
सीएम के निर्देश के बाद सभी जगहों पर भजनों की आवाज को निर्धारित मान 45 डेसीबल तक कर दिया गया है। इसी के साथ चहारदीवारी या गेट पर लगे लाउडस्पीकर जिनकी आवाज सड़क पर जा रही थी उनका मुंह भी मंदिर परिसर के अंदर की ओऱ कर दिया गया। स्थानीय लोग भी मुख्यमंत्री के इस निर्णय की प्रशंसा कर रहे हैं। उनका कहना है कि जो निर्णय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से लिया गया है वह जनहित में उठाया गया कदम है।
गौरतलब है कि सीएम योगी के निर्देश के बाद कई जगहों पर यह पहल सामने आ चुकी है। इससे पहले मथुरा में भी श्री कृष्ण जन्मस्थली और शाही ईदगाह मस्जिद के लाउडस्पीकर को हटाया गया था।
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