ज्ञानवापी सर्वे का कार्य सोमवार को पूरा हो गया। इस बीच वादी पक्ष के सोहन लाल ने दावा किया कि बाबा मिल गए। हालांकि इसको लेकर कुछ स्पष्ट उनके द्वारा नहीं बताया गया। वहीं इस बीच कई रिपोर्टस में सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने का दावा भी किया गया।
वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे का कार्य सोमवार 16 मई को पूरा हो गया। इतने दिनों से जारी सर्वे और वीडियोग्राफी का कार्य पूरा होने के साथ ही वादी पक्ष में उत्साह देखा गया। कथिततौर पर इस बीच सर्वे में शिवलिंग मिलने का भी दावा किया गया। वहीं मुस्लिम पक्ष ने बताया गया कि सर्वे पूरा होने के बाद रिपोर्ट आएगी और इस पर आपत्ति दाखिल की जाएगी। उसके बाद कोर्ट इस मामले में पूरा फैसला लेगा। सर्वे में शामिल लोगों के द्वारा कहा गया कि कमिशन की रिपोर्ट कोर्ट में फाइल होने तक उसके बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। उस रिपोर्ट को सीक्रेट रखा जाता है।
वादी पक्ष का दावा 'बाबा मिल गए'
सोमवार को वीडियोग्राफी की गई। वीडियोग्राफी समेत पूरे सर्वे की रिपोर्ट को अगले दिन मंगलवार को सब्मिट किया जाएगा। इसके बाद मामले को लेकर कोर्ट में सुनवाई होगी। इस बीच वादी पक्ष के सोहन लाल ने दावा किया कि 'बाबा मिल गए।' उन्होंने कहा कि इससे बड़ा दावा कुछ नहीं किया जा सकता है। जिन खोजा तिन पाइया गहरे पानी पैठ। हालांकि इसके बाद उनके द्वारा बातचीत में कुछ भी और अधिक स्पष्ट नहीं बताया गया। लेकिन वह इस सर्वे को लेकर काफी ज्यादा संतुष्ट नजर आए। सोहन लाल ने कहा कि प्रतिरूप काला पत्थर पाया गया है। लेकिन इससे ज्यादा और भी कुछ नहीं बताया जा सकता है। सर्वे पूरा होने के साथ ही इसकी रिपोर्ट को कमीशन कोर्ट में दाखिल करेगा उसके बाद आगे की कार्यवाही होगी।
आधिकारिक जानकारी नहीं की गई साझा
सर्वे के बाद सूत्र वहां से शिवलिंग के मिलने को लेकर भी दावा कर रहे हैं। हालांकि इसको लेकर सर्वे से जुड़े लोग अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं कह रहे हैं। उनका सिर्फ यही कहना है कि मामले की पूरी रिपोर्ट को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके बाद ही मामले में आगे कुछ कहा जा सकेगा। हालांकि मिले इस काले पत्थर या शिवलिंग को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई भी जानकारी साझा नहीं की गई है।
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