उत्तराखंड: बर्फ हटाकर रास्ता साफ करने में जुटी सेना, 22 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट

हेमकुंड साहिब तक बर्फ हटाने का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। इसको लेकर भारतीय सेना जुटी हुई है। बीते 2 वर्षों तक यात्रा पूरी तरह से ठप थी। जारी तैयारियों के बीच 29 अप्रैल को व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए मुख्य सचिव भी वहां पहुंचेंगे। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 25, 2022 11:46 AM IST

देहरादून: हेमकुंड साहिब तक बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। यह काम भारतीय सेना औऱ गुरुद्वारा ट्रस्ट हेमकुंड साहिब की ओर से किया जा रहा है। भारतीय सेना के जवानों के द्वारा गढ़वाल हिमालय से 15,200 फुट पर स्थित विश्व से सबसे ऊंचे गुरुद्वारे हेमकुंड साहिब तक की बर्फ को हटाकर आवागमन के रास्ते को साफ किया गया। आपको बता दें कि 2 वर्ष से कोरोना के चलते हेमकुंड साहिब की यात्रा ठप रही। हालांकि इस वर्ष हेमकुंड साहिब की यात्रा को शुरू करने को लेकर तैयारी हो रही है।

ग्लेशियर को काटकर बीच से बनाया जा रहा रास्ता 
यहां पंजाब, हरियाणा, दिल्ली के साथ विदेशों से भी सिख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है। यात्रा में किसी भी यात्री को परेशानी न उठानी पड़े इसको लेकर भी गुरुद्वारा कमेटी की ओऱ से पूरी तैयारी की गई है। सेना की ही मदद से तकरीबन 4 किमी के पैदल रास्ते से 7 से 8 फीट तक की बर्फ को साफ कर दिया गया है। वहीं भारतीय सेना के जवानों ने 8 से 9 फीट के बड़े-बड़े ग्लेशियरों को काटकर उनके बीच का रास्ता भी तैयार कर लिया है। 

जायजा लेने पहुंचेंगे मुख्य सचिव 
ज्ञात हो कि मार्ग को खोले जाने का दायित्व हमेशा से ही भारतीय सेना निभाती चली आई है। इस बार 29 अप्रैल को यात्रा की व्यवस्थाओं को जायजा लेने के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव एसएस संधू भी पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि बर्ष की सफाई के बाद यहां हेमकुंड साहिब पैदल मार्ग का रास्ता सही हो जाएगा। वहीं यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना यहां नहीं करना पड़ेगा। 

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